Ticker

6/recent/ticker-posts

10वीं कक्षा की 275 प्रतिभाओं का हुआ भव्य सम्मान

10वीं कक्षा की 275 प्रतिभाओं का हुआ भव्य सम्मान

प्रतिभाऐं अपनी उपलब्धियों से भावी जीवन के लक्ष्य करें तय : किशनानी

10वीं कक्षा की 275 प्रतिभाओं का हुआ भव्य सम्मान

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
  स्वामी हिरदाराम के प्रेरणा से सांई बाबा मन्दिर ट्रस्ट एवं पंडित आत्माराम व्यास जन्म शताब्दी वर्ष समारोह समिति के संयुक्त तत्वाधान राजस्थान बोर्ड और केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 10वीं परीक्षा में 80 प्रतिशत एवं उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 275 विद्यार्थियों का रविवार को रसोई बैक्वेट हॉल, स्वामी कॉम्प्लेक्स में समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया। उन्हें इस अवसर पर अनेक पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।

टॉप 11 अधिक अंक अर्जित करने वाले हर्षिनी अग्रवाल, वैभव प्रजापति, मनन सुराणा, चित्रांशी, तन्वी करवा, लक्ष्य पाराशर, अवनीश यादव, अनिरुद्ध शर्मा, मानस सेठी, कृतिका वरयानी, श्रेया खंडेलवाल, गौरव किरश्निया को विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जिसमें आयोजन समिति की ओर से अजमेर के इतिहास पर लिखी पुस्तके अजमेर एट ए ग्लास, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र श्रीफल व नकद पुरस्कार शामिल रहे।

समारोह के मुख्य वक्ता  कंवल प्रकाश किशनानी ने कहा कि विद्यार्थी अपने भावी जीवन के लक्ष्य को ऐसा चुने जिसमें सफलता अर्जित करते हुये नये कीर्तिमान स्थापित कर सके। उन्होने कहा कि अच्छे अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी इस उपलब्धि को सफलता की पहली सीढी मानते हुये भविष्य की राह तय करे।

इस अवसर पर पूर्व अंतराष्ट्रीय बास्केटबाल तकनीकी अधिकारी विनित लोहिया ने प्रतिभाओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ साथ अपने शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें। प्रत्येक विद्यार्थी अपनी दिनचर्या में व्यायाम योग और खेलों को अभिन्न अंग बनाकर प्रतिदिन कम से कम एक घण्टा मैदानों पर गुजारें।

लेखक व वरिष्ठ पत्रकार गिरधर तेजवानी ने कहा कि यह समय सोशल मीडिया के दौर का है। हर जगह पोजेटिव व नेगेटिव साम्रगियां उपलब्ध हैं इसमें सेे पोजिटिव को किस तरह आगे रखते हुये लक्ष्य को प्राप्त करना है उस पर एकाग्रता के साथ मंथन करते हुये आत्मसात करना होगा।  उन्होनें संकल्प और समय की प्रतिबद्धता के प्रति सामंजस्य बनाकर अपनी भावी जीवन की राह तय करनी होगी।

भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार भी अपने जीवन में आत्मसात करें व विद्यार्थियों को इतिहास की जानकारी के साथ वीर महापुरूषों के जीवन की प्रेरणादायी प्रसंगों का अध्ययन करना चाहिये। उन्होनं कहा कि भारतीय संस्कृति के लुप्त होते खेलों को पुनः जागृत करने की दिशा में उन खेलों के प्रति अपना समय देकर पुनः लोकप्रिय बनायें। समारोह में समाजसेवी व उद्योगपति रामचन्द्र गुलाबाणी, सांई बाबा मन्दिर के ट्रस्टी महेश तेजवाणी व सिन्धी लेडीज क्लब की अध्यक्ष दिशा किशनानी ने भी आर्शीवचन देते हुये मार्गदर्शन दिया।

कार्यक्रम की शुरूआत स्वामी हृदयाराम, मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मंच का सचंालन संयोजक  हरी चंदनाणी ने व आभार प्रेम केवलरामाणी ने प्रकट किया।

समारोह में एम.टी. वाधवाणी, प्रभू ठाराणी, आई.जी. भम्भाणी, प्रकाश जेठरा, मुकेश आहूजा, रितु मोतीरामाणी, नानकराम रायंसिघाणी, रमेश टिलवाणी सहित सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ