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प्रोफेसर राम पंजवानी की पुण्यतिथि मनाई

प्रोफेसर राम पंजवानी की पुण्यतिथि मनाई

समाज को एकता के सूत्र में बांधा प्रोफेसर राम पंजवानी ने : प्रकाश जेठरा

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। प्रेम प्रकाश आश्रम मार्ग वैशाली नगर स्थित श्री झूलेलाल मंदिर में श्री झूलेलाल सेवा मंडली द्वारा शुक्रवार को पदम श्री राम पंजवानी की 36वीं पुण्यतिथि श्रद्धाभाव के साथ मनाई गई ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंदिर के अध्यक्ष प्रकाश जेठरा महासचिव ईश्वरदास जेसवानी, सिंधी बोली विकास समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश मंघाणी द्वारा प्रोफेसर राम पंजवानी  के चित्र के समक्ष मोमबत्ती जलाकर एवं माल्यार्पण कर, पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी । 

मंदिर के अध्यक्ष प्रकाश जेठरा ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति से जोड़ने के लिए  श्री झूलेलाल जी के "दिवस चेटीचंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलकर मनाने में मुख्य भूमिका प्रोफेसर राम पंजवानी ने की जिसमें सभी साहित्यकार पत्रकार व समाजसेवियों का सहयोग रहा । इस अवसर पर मशहूर गायक होतचंद मोरयानी द्वारा प्रोफेसर राम पंजवानी को समर्पित करते हुए करते हुए उन्होंने अपना स्वरचित गीत "हल्ल त हली पेहनजी सिंध ते हथ लाय पाण डिसू" सोनी बागवानी  द्वारा "डिंदो अमीरी या गरीबी आखिर कुछ त डिंदो" भावना सबनानी द्वारा अलाय जे छा मे राजी आ अलाय जे केहसा राजी आ आदि शानदार प्रोफेसर राम पंजवानी द्वारा गाए गीत गाकर सभी ने उनको याद किया।

इस अवसर पर पदम श्री अवार्ड प्राप्त हिंदी साहित्य लेखक वह कवि प्रोफेसर राम पंजवानी के बारे में जानकारी देते हुए वैशाली सिंधी सेवा समिति के अध्य्क्ष वृंदानी, खुशीराम इसरानी ने उनके जीवन व सिंधी साहित्य के योगदान पर प्रकाश डाला ।

इस अवसर पर शंकर टिलवानी, रमेश रायसिंघानी, वासुदेव गिदवानी, गोविन्दराम कोडवानी, ओम प्रकाश शर्मा, नारायण झमनानी, मुरली गुरनानी, भेरूमल शिवनानी आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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