Ticker

6/recent/ticker-posts

अहिंसा जैन धर्म का मूल सिद्धांत है - आचार्य वसुनंदी


पंचकल्याणक का लोकार्पण समारोह

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। परम पूज्य सिद्धांत चक्रवर्ती श्वेतापिच्छाचार्य विद्यानंद महाराज के शिष्य आचार्य वसुनंदी ने कहा कि हिंसा ना करना जैन धर्म का मूल सिद्धांत है।  जैन धर्म के प्रतीक चिन्ह में भी आप देखेंगे कि एक हथेली पर अहिंसा लिखा हुआ है। अर्थात यह धर्म सभी के प्रति अहिंसा को दर्शाता है।

आचार्य वसुनंदी आज सोनी जी की नसिया में 140 वर्ष पूर्व निर्मित पंचकल्याणक के लोकार्पण महोत्सव समारोह में संबोधित कर रहे थे !उन्होंने कहा कि जैन धर्म से तात्पर्य जिन भगवान के धर्म से है और जिन उन्हें कहा जाता है जो अपने मन को जीत लेते हैं और पूर्ण ज्ञान को प्राप्त कर लेते हैं।

मुनि श्री ने कहा कि जैन धर्म के सिद्धांतों की पालना से ही विश्व का कल्याण हो सकता है इसी कारण जैन धर्म का पालना विश्व के कोने कोने में हो रही है । उन्होंने कहा कि वर्तमान में सत्य अहिंसा की पालना से ही व्यक्ति का जीवन सफल हो सकता है।

समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि में जैन धर्म का प्रशंसक हूं और जैन धर्म का पालन करने का प्रयास करता हूं। उन्होंने कहा कि जैन धर्म का पालन करने से आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है और कड़ी मेहनत एवं लगन से लक्ष्य की  प्राप्ति होती है और वह अपने परिवार समाज एवं व्यापार के प्रति निष्ठावान एवं विश्वासपात्र होता है।  निगम राठौड़ ने कहा कि विश्वास पात्र बनने के लिए त्याग तपस्या और बलिदान करना पड़ता है कुछ लोग अपने निजी तुच्छ निजी स्वार्थ के लिए विश्वास पात्रता खो देते हैं।

लोकार्पण समारोह में समाजसेवी प्रमोद सोनी ने आगंतुक निगम अध्यक्ष राठौड़ एवं आगंतुक अतिथियों का माल्यार्पण कर साफा पहनाकर स्वागत किया। समाजसेवी सोनी ने निगम अध्यक्ष राठौड़ से एलिवेटेड रोड के कारण हो रही परेशानियों से अवगत कराया एवं नसिया जी के आसपास आवागमन को सुगम बनाने के लिए उच्च तकनीकी सड़कें बनाने का आग्रह किया। निगम अध्यक्ष राठौड़ ने  सोनी जी की नसिया में 140 वर्ष पूर्व निर्मित पंचकल्याणक दीर्घा का फीता काटकर लोकार्पण किया।

इस अवसर पर अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन, शिव कुमार बंसल, नोरत गुर्जर, हेमंत जोधा, अजय कृष्ण तेनगौर, नेता प्रतिपक्ष द्रोपदी कोली, कृपाल सिंह राठौड़, सुनील धानका, नितिन जैन, कपिल सारस्वत, कुशाल कोमल सहित जैन समाज के हजारों व्यक्ति उपस्थित थे।

समारोह में आचार्य वसुनंदी ससंघ सहित  जैन समाज के प्रवीण चंद जैन, मिश्रीलाल गदिया, नवीन कुमार जैन, लोकेश जैन, पार्षद रूबी जैन सहित जैन समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ