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राजस्थान डेल्फिक खेलों की आर्ट कैंप एवं क्राफ्ट प्रदर्शनी से हुई शुरुआत

राजस्थान डेल्फिक खेलों की आर्ट कैंप एवं क्राफ्ट प्रदर्शनी से हुई शुरुआत

कैंप में कलाकारों ने कैनवास पर उकेरे रंग, क्राफ्ट प्रदर्शनी में हस्तकलाओं का सजीव प्रदर्शन

जयपुर (अजमेर मुस्कान)। डेल्फिक काउंसिल ऑफ राजस्थान द्वारा गुरुवार को जवाहर कला केंद्र में डेल्फिक गेम्स की शुरुआत आर्ट कैंप के उद्घाटन से की गई। 9 से 12 फरवरी तक आयोजित इन चार दिवसीय कला एवं संकृति के डेल्फिक खेलों में आर्ट कैंप के बाद क्राफ्ट प्रदर्शनी में विभिन्न हस्तकलाओं का सजीव प्रदर्शन किया गया। 

डेल्फिक काउंसिल ऑफ राजस्थान की अध्यक्ष एवं सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने कहा कि यह खेल राज्य के कला प्रेमी युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर मंच प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य के 18 से 35 साल तक के युवा इन खेलों में भाग ले रहे हैं। जवाहर कला केंद्र में आयोजित डेल्फिक खेल क्षेत्रीय स्तर पर पहली बार आयोजित हो रहे हैं। यह खेल राजस्थान की कला और संस्कृति के संरक्षण और राज्य के युवाओं को अपनी कला की पहचान बनाने में अहम भूमिका निभायेंगे।

इंडियन डेल्फिक काउंसिल के अध्यक्ष एन एन पांडे ने कहा कि राजस्थान शोर्य और पराक्रम की भूमि रही है। यहां के लोक नृत्य अनमोल हैं। राजस्थान डेल्फिक काउंसिल संजीदगी के साथ यहां की कला को संरक्षित कर रही है। उन्होंने कहा कि जीवन एक विशाल कैनवास है और जीवन के मनोभाव रूपी विभिन्न रंगों को व्यक्ति जीता है, वहीं कलाकार पेंटिंग द्वारा अपनी कला को प्रदर्शित करता है और जीवन में रंग भरता है। 

उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के आयुक्त महेंद्र कुमार पारख ने कहा कि विभाग राजस्थान की पारंपरिक कला और संस्कृति को जीवंत रखने का प्रयास कर रहा है। इसी दिशा में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग ने विभिन्न हस्त कलाओं के सजीव प्रदर्शन में अपना सहयोग दिया है। उन्होंने विभिन्न कारीगरों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह कारीगर एकाग्र होकर अपनी कला के प्रति समर्पित हैं। 

आर्ट कैंप में जयपुर, कानोता, लालसोट, अजमेर, बीकानेर, किशनगढ़, मेरठ से आए पेंटिंग कलाकार और राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स, भारतीय शिल्प संस्थान, राजस्थान विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट डिपार्टमेंट एवं ड्राइंग एंड पेंटिंग डिपार्टमेंट के इंस्टालेशन आर्टिस्टों ने भाग लिया। भारतीय शिल्प संस्थान की ओर से बनाई गई 80 फीट की डेल्फिक आर्ट वॉल भी आकर्षण का केंद्र रही। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के सहयोग से क्राफ्ट प्रदर्शनी में लाख की चूड़ियां बनाना, हैंडब्लॉक प्रिंटिंग, कपड़े बुनाई, चरखा चलाना और राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से खादी की स्टाल्स लगाई गई। समारोह में आये अतिथियों ने प्रत्येक स्टॉल का अवलोकन किया और कलाकारों की कला को सराहा।

उल्लेखनीय है कि डेल्फिक खेलों का आयोजन 9 से 12 फरवरी तक जवाहर कला केंद्र जयपुर में हो रहा है। शास्त्रीय संगीत, भारतीय फिल्म संगीत, लोकप्रिय संगीत (भारतीय फिल्म संगीत के अलावा) शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य, समकालीन नृत्य, फोटोग्राफी (2 श्रेणियाँ) समेत कुल छह वर्गों में आयोजित होंगे एवं प्रत्येक वर्ग के लिए नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

राजस्थान पहला राज्य है जो क्षेत्रीय स्तर पर डेल्फिक खेलों का आयोजन कर रहा है। डेल्फिक खेलों का पहला चरण ऑनलाइन था, जिसमें प्रतिभागियों द्वारा 8 जनवरी, 2023 तक आवेदन किया गया। इनमें से चयनित प्रतिभागी जवाहर कला केन्द्र में आयोजित होने वाले द्वितीय चरण में सम्मिलित हो रहे हैं। 

इस मौक़े पर आरसीडीएफ़ की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा, राजफैड की प्रबंध निदेशक उर्मिला राजोरिया, आयुक्त उद्योग महेंद्र पारख, राजसिको की प्रबंध निदेशक, मनीषा अरोड़ा, ज़िला कलेक्टर, अलवर जितेंद्र सोनी, उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला के निदेशक फुरकान खान, आईआईसीडी निदेशक तूलिका गुप्ता, आरएएस क्षिप्रा शर्मा, जनरल मैनेजर एसबीआई प्रभात मिश्रा, इंडियन डेल्फिक काउंसिल के अध्यक्ष श्री एन एन पांडे, इंटरनेशनल डेल्फिक के महासचिव रमेश प्रसन्ना, प्रख्यात चित्रकार सुमित सेन सहित विभिन्न अधिकारी, प्रतिभागी एवं कला प्रेमी उपस्थित थे।

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