अजमेर (AJMER MUSKAN)। अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर स्थित डीओआईटी वीसी रूम में वीडियोकांफ्रेंस के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा से संबंधित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। पालनहार योजना से जिले के प्रत्येक पात्र बच्चे को जोड़ा गया है। वर्तमान में भिक्षावृत्ति मुक्त राजस्थान के अंतर्गत अजमेर जिले में भी कार्य किया जा रहा है। बैठक में भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान जैसी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान तीन चरणों में चलाया जा रहा है। इसका अंतिम चरण ओपन मीडिया चौलेंज पूर्ण होने के पश्चात अजमेर को भिक्षावृत्ति मुक्त घोषित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भिक्षावृति मुक्त उपखण्ड की घोषणा की समीक्षा की गई। इसके अन्तर्गत उपखण्ड अरांई, सावर, पीसांगन, रूपनगढ, टॉटगढ में भिक्षुकों की संभावना कम होने से उनके द्वारा भिक्षावृति मुक्त उपखण्ड की घोषणा करने, पुलिस विभाग, चिकित्सा विभाग, नगरीय निकाय को जारी विस्तृत आदेश की पालना मे की गई कार्यवाही एवं प्रगति से अवगत करवाने, नगरीय निकायों को जिन भिक्षुकों को आश्रय स्थल पर ठहराया गया है, उनके लिए दोनों समय चाय, नाश्ता, भोजन की व्यवस्था करने के लिए, भिक्षुकों द्वारा आश्रय स्थल से पलायन को रोकने के लिए पुलिस विभाग को आवश्यक सुरक्षा गार्ड लगाने के लिए, चिकित्सा विभाग को आश्रय स्थल आजाद नगर में जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय अजमेर के माध्यम से नशे में लिप्त भिक्षुकों के ईलाज हेतु विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से आवश्यक ईलाज एवं दवाईयों की निशुल्क व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया गया।
इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक प्रफुल्ल चंद्र चौबीसा, तहसीलदार प्रीति चौहान तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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