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नगर निगम की साधारण सभा में यूजर चार्ज का प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है तो होगी वसूली बंद : जिलाधीश अंशदीप

अजमेर बन्द करवाकर जिलाधीश को ज्ञापन देकर यूजर चार्जेज तत्काल प्रभाव से बन्द करने की दी चेतावनी

देश में अन्य स्थानो पर लागू होने तक व नीति की विसंगतियों को समाप्त करने हेतु सरकार को रेफर किया जाये  


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के अध्यक्ष महेन्द्र बंसल और संस्थापक व महासचिव रमेश लालवानी के नेतृत्व में मंगलवार को अजमेर के व्यापारियो ने अपने अपने प्रतिष्ठान बन्द करके नगर निगम और जिला प्रशासन के विरुद्ध आक्रोष व्यक्त किया।
नगर निगम की साधारण सभा में यूजर चार्ज का प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है तो होगी वसूली बंद : जिलाधीश अंशदीप

श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के पदाधिकारियो ने दोपहर में जिलाधीश कार्यालय में जिलाधीश अंशदीप को ज्ञापन देकर नगर निगम के विरूद्व अपना विरोध जताया और नगर निगम के आयुक्त द्वारा व्यापारियो को अनावश्यक नोटिस प्रदान किय जाने और जिनके नाम कोई जमीन नहीं है उनको भी आपका नक्शा नहीं अवैघ निर्माण और अन्य प्रिन्टेड हास्यास्पद व गैर कानूनी नोटिस प्रदान करने की जिलाधीश अंशदीप को जानकारी प्रदान की। 

महासंघ के महासचिव रमेश लालवानी ने मोबाईल में वॉटस अप पर अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी द्वारा नगर निगम महापौर को लिखे पत्र की प्रति दिखाई जिसमें साधारण सभा द्वारा यूजर चार्जेज का प्रस्ताव पारित नही होने की जानकारी दी गई थी। अंशदीप ने महासंघ व अन्य संगठनो के पदाधिकारियो को आश्वस्त किया कि यदि साधारण सभा ने प्रस्ताव पारित नहीं किया है तो इस यूजर चार्ज की वसूली की तत्काल प्रभाव से बन्द करवा दिया जायेगा। जिलाधीश अंशदीप ने व्यापारियो को नोटिस के नाम से परेशान करने की इस प्रकार की कार्यवाही को अनुचित बताया।

इस अवसर पर कांग्रेस कमेटी के सचिव सागर मीणा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत,शहर अध्यक्ष आशीश सोनी एवं उनके पदाधिकारी, राजस्थान कर्मचारी महासंघ एकीकृत के अध्यक्ष कान्ति शर्मा, महासंघ के अध्यक्ष महेन्द्र बंसल, महासचिव रमेश लालवानी, उपाध्यक्ष सागर मीणा, लीलाराम सीरनानी, जोधा टेकचन्दानी, भागचन्द दौलतानी, अशोक दुल्हानी मामा, रणवीर सैनी, नीरज नन्दा, विजय खेमानी, उमेश गिदवानी, सुरेश तम्बोली, किशोर टेकवानी, उमेश शर्मा, अनिल मित्तल आदि सम्मलित थे।

अजमेर बन्द में पूरे दिन, महासंघ व अन्य संगठनों के पदाधिकारियो ने गांधी भवन के बाहर नगर निगम के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करके और नारे लगाकर नगर निगम के द्वारा वसूले जा रहे यूजर चार्ज का विरोध किया गया। व्यापारियों ने जिलाधीश को ज्ञापन के माध्यम से बताया कि जब तक सम्पूर्ण भारत में कचरा संग्रहण शुल्क की वसूली प्रारम्भ नही होती तब तक अजमेर में भी वसूली नहीं की जाये। नगर निगम द्वारा उपरोक्त प्रस्ताव को नगर निगम की साधारण सभा में भी प्रस्ताव पारित नहीं किया गया है। छोटी सौ बच्चों की स्कूल का एक हजार रूपया और बड़ी तीन चार हाजार की संख्या वाले स्कूल का भी एक हजार रूपया, ढाबा लिख हो तो 250 रेस्टोरेन्ट लिखने पर 750 इस प्रकार की अनेक विसंगतियां यूजर चार्जेज की नीति में होने के कारण राज्य सरकार को रेफर किया जाये और उचित न्यायोचित नीति बनने तक इसकी वसूली तुरन्त प्रभाव से रोकी जाये।अजमेर बन्द को सफल बनाने में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द रावत, शहर अध्यक्ष आशीष सोनी, श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के अध्यक्ष महेन्द्र बंसल, महासचिव रमेश लालवानी, सागर मीणा, उपाध्यक्ष लोकेश सैनी, रणवीर सैनी, सुरेश तम्बोली, भागचन्द दौलतानी, अशोक दुल्हानी मामा, नीरज नन्दा, बालेश गोहिल, घनश्याम पंचोली, हरीश अगनानी, रवि उदेरानी, सरदार चरणजीत सिंह, सम्पत कोठारी, भीष्म टेकचन्दानी, सरदार बलबीर सिंह, प्रकाश अगन छबलानी, किशोर टेकवानी सहित अन्य ने महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया। जिलाधीश को ज्ञापन देकर कचरा संग्रहण शुल्क के तत्काल प्रभाव से पूर्णतः बन्द करने की मांग रखी गई अन्यथा आन्दोलन को तेज करने की चेतावनी दी।

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