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माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के प्रशासक और संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने कहा है कि जिस प्रकार राजस्थान बोर्ड की प्रतिष्ठा अन्य शिक्षा बोर्डों की तुलना में अव्वल दर्जे की है और इस बोर्ड से उत्तीर्ण परीक्षार्थी देश ही नहीं अपितु अन्तराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम फहरा रहे है। उसी प्रकार इस बोर्ड के कार्मिकों के बच्चों ने भी अपनी लगन और शिक्षा के दम पर इस बोर्ड का और राज्य का नाम देश में रोशन कर रहे है। मेहरा शुक्रवार को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में प्रतिभा सम्मान समारोह में बोर्ड कार्मिकों के मेधावी पुत्र और पुत्रियों को पुरस्कृत कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि किसी भी अभिभावक के लिए सबसे बड़ी पूंजी उसकी संतान होती है। वे माँ-बाप भाग्यशाली है जिन्होंने अपने बच्चों को समाज में एक मुकाम दिया। सदियों से ऐसा होता आया है कि जो माता-पिता नम्रता और त्याग को अपनाते है, उनकी संतान सफलता के शिखर पर अपना परचम फहराते है। उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों से कहा कि जब तक जीवन का अन्तिम लक्ष्य नहीं मिल जाये तब तक प्रयास और रफ्तार धीमे नहीं पड़नी चाहिए। 

मेहरा ने बोर्ड कार्मिका का आव्हान किया कि अपने संगठन के प्रति निष्ठा रखते हुए उसकी प्रतिष्ठा पर आंच नहीं आने के लिए कटिबद्ध रहे। उन्होंने बोर्ड कार्मिकों को सीख दी कि ’’स्व-अनुशासन‘‘ जीवन का मूलमंत्र बनाये। समयबद्धता और सौंपे गये दायित्व को ईमानदारी से पूरा करे। उन्होंने उदाहरण दिया कि जब नर्सरी का बच्चा सुबह 7.30 बजे समय पर स्कूल जा सकता है तो कार्मिकों को भी समय पर कार्यालय आने पर हिचक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बोर्ड अधिकारियों की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि हकदारों को उनका हक समय पर मिलना चाहिए। कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति परिलाभ एवं पदोन्नति समय पर मिल जाये ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। 

समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोर्ड की सचिव मेघना चौधरी ने कहा कि बोर्ड कर्मी जिस मेहनत और लगन से अपने कार्यालयीय दायित्वों को अंजाम देते है उसी प्रकार अपने परिवार और बच्चों का भविष्य संवारने के लिए भी उसी मेहनत और लगन से जुटे रहते है। उसी का फल है कि बोर्ड कार्मिकों के पुत्र और पुत्रियों भारतीय प्रशासनिक सेवा, राजस्थान प्रशासनिक सेवा, चिकित्सा सेवा, प्रौद्योगिकी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी धाक जमाये हुए है। उन्होंने कहा कि गीता में कहा गया है कि सतत् सुकर्म करने से ही मानव कल्याण  संभव है।

इस अवसर पर कर्मचारी स्टाफ क्लब के अध्यक्ष मोहनसिंह रावत ने कहा कि बोर्ड स्थापन से अब तक बोर्ड की प्रतिष्ठा किसी अधिकारी और कर्मचारी के कृत्य से कलंकित नहीं हुई। उन्होंने बोर्ड के शीर्ष नेतृत्व को विश्वास दिलाया कि बोर्ड की प्रतिष्ठा को अक्षुण्ण रखने के लिए सभी कार्मिक प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन के लिए अभिषेक पलासिया की माता गीता पलासिया, राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयन के लिए श्वेता दाधीच की पिता राजेश कांकड़ा सहित 115 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। स्टाफ क्लब द्वारा उल्लेखनीय सेवाओं के लिए राजीव गुप्ता, बृजेश शर्मा, मुकेश घसवा, प्रकाश पुरोहित, नितिन दोसी, रूपश्याम सेन, सुरेन्द्र लाखोटिया, हर्ष खत्री, अनूप उपाध्याय, रमेश पंचोली, भागचंद राठौड़, मुकेश ढलवाल आदि को भी सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन बृजेश शर्मा ने किया।

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