उर्स मेला-2023 : व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में बैठक आयोजित
अजमेर (AJMER MUSKAN)। जिला मजिस्ट्रेट अंश दीप की अध्यक्षता में उर्स मेला 2023 की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक का आयोजन गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का सालाना 811 वां उर्स जनवरी माह में आयोजित होगा। उर्स के दौरान व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया। दरगाह कमेटी, नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, रोडवेज, विद्युत विभाग, परिवहन विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, बीएसएनएल, रसद विभाग, पुलिस विभाग, रेल्वे तथा अजमेर डेयरी सहित समस्त विभागाें को दायित्व सौंपे गए।
उन्होंने कहा कि समस्त विभाग सौंपे गए दायित्वों की समीक्षा की गई। विभागीय अधिकारियाें ने कार्याे की प्रगति से अवगत कराया। विभाग समस्त कार्य 30 दिसम्बर तक पूर्ण करेंगे। तात्कालिक आवश्यकताओं के आधार पर किए जाने वाले कार्य 10 जनवरी तक अंतिम स्थिति में होने चाहिए। इन कार्यों की विभाग के स्तर पर जांच कर अंतिम रूप दिया जाए। इनकी जिला प्रशासन द्वारा नियमित आधार पर समीक्षा की जाएगी। कार्य पूर्ण होने के पश्चात कार्यों का क्षेत्र में मौका निरीक्षण होगा।
उन्होंने कहा कि उर्स मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान रखता है। इसलिए सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है। दरगाह क्षेत्र में स्थापित समस्त कैमरे कार्यशील रहने चाहिए। उनका समस्त डाटा रिकॉर्ड होने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार स्थानीय पुलिस थाने एवं अभय कमाण्ड सेण्टर को साझा किया जाना आवश्यक है। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया जाएगा। ईदगाह पार्किंग में अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए। असामाजिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों को कमरा नहीं देने के लिए होटल मालिकों को पाबंद किया जाएगा। इसके उपरांत भी ठहरने की सुविधा देने वाले होटलों को पुलिस विभाग द्वारा सीज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दरगाह क्षेत्र के समस्त केबल एवं तार सुव्यवस्थित होने चाहिए। लटकते एवं ढीले तारों को ऊंचाई पर बांधने का कार्य निर्धारित समय सीमा में किया जाए। क्षेत्र में घूमने वाले निराश्रित पशुओं को नगर निगम द्वारा पकड़कर निर्धारित स्थान पर रखा जाएगा। दरगाह क्षेत्र में अतिक्रमण करने वालों को नोटिस जारी कर कार्यवाही की जाए। उर्स के दौरान भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर की पालना सुनिश्चित की जाएगी। विभिन्न स्थानों पर भिखरियों को भीख में पैसे नहीं देने के सम्बन्ध में बैनर लगाए जाएंगे। साथ ही जायरीन के साथ भी पैसे नहीं देने के लिए समझाईश की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कायड विश्राम स्थली में पेयजल की स्थाई पाईप लाईनें दिसम्बर माह में डाली जाऎ। इससे विभिन्न कार्यक्रमों के लिए होने वाली बार-बार की कवायद से बचा जा सकेगा। भारतीय रेल द्वारा विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। ये ट्रेनें मदार एवं दौराई रेल्वे स्टेशनों पर रूकेगी। मदार तथा दौराई रेल्वे स्टेशन से विश्राम स्थली तक के लिए पर्याप्त आवागमन के साधन उपलब्ध रहेंगे। रोड़वेज की बसें रेल के निर्धारित समय से 30 मिनट पूर्व ही स्टेशन के बाहर लगाई जाएगी। इनका जायरीन सुविधानुसार उपयोग कर सकेंगे। उर्स में कार्य करने वाले वॉलिंटयर्स का सत्यापन 5 जनवरी तक किया जाएगा। कायड़ विश्राम स्थली में जायरीन को भोजन बनाने के लिए प्राकृतिक गैस के स्टॉल उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए 5 स्थान निर्धारित किए जाऎं। इन स्थानों पर सुरक्षा के समस्त मानकों का पालन होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुल की रस्म, छठी की रस्म सहित समस्त परम्पराओं एवं धार्मिक रिति रिवाजों का समय पर आयोजन आवश्यक है। धार्मिक रस्मों के लिए कोर कमेटी का गठन किया जाएगा। सरवाड़ दरगाह तक आवागमन के लिए उपयोग होने वाले अनाधिकृत वाहनों पर भी कार्यवाही की जाएगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा रेण्डम सैम्पलिंग की जाएगी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट,एडीएम भावना गर्ग, दरगाह दीवान के उत्तराधिकारी सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती, दरगाह कमेटी के उपाध्यक्ष मुनव्वर खान, दरगाह कमेटी के सहायक नाजीम डॉ. मोहम्मद आदिल, अंंजुमन कमेटी के अध्यक्ष सैयद गुलाम किबरिया, सचिव सैयद सरवर चिश्ती, अंजुमन यादगार के अध्यक्ष मोहम्म्द सुभान चिश्ती एवं सचिव जाहीदुल हक चिश्ती, सरवाड़ दरगाह के प्रतिनिधि युनुस खान, तारागढ़ दरगाह कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन अली सुल्तानी, तारागढ़ दरगाह के सचिव सैयद मदद अली, अंदर कोट के श्री एस.एम. अकबरसहित अधिकारी एवं आयोजन से जुड़ी संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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