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भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान : भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों से की जाएगी समझाईश

भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान : भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों से की जाएगी समझाईश

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान के अन्तर्गत जिले में भिखारियों के साथ समझाईश की जाएगी। साथ ही भिखारियों को भीख के रूप में पैसे नहीं देने के लिए आमजन को प्रेरित किया जाएगा। 

जिला कलेक्टर अंश दीप की अध्यक्षता में शुक्रवार को वीसी के माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया। इसमें भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान के द्वितीय चरण में समझाईश एवं जागरूकता के लिए कार्य करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि आगामी गणतंत्र दिवस को भिक्षावृत्ति मुक्त राजस्थान की उच्च स्तर से घोषणा किया जाना प्रस्तावित है। भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों को पुनर्वासित कर जिले को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाया जाएगा। इसके लिए भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान 3 चरणों में संचालित हो रहा है। उपखण्ड अधिकारी अपने क्षेत्र में विभिन्न कार्यवाहियों को अंजाम दे रहे हैं। प्रथम चरण के दौरान 15 से 30 नवम्बर तक चिन्हीकरण का कार्य किया गया।  द्वितीय चरण एक दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक आयोजित हो रहा है। इसमें समझाईश एवं जागरूकता का कार्य किया जाएगा। इसके पश्चात तृतीय चरण में 16 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों को निरूद्ध किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न क्षेत्रों में भिक्षावृत्ति पॉकेट्स चिन्हित किए गए है। इनका सम्पूर्ण डाटा तैयार किया गया है। सैल्फी विथ बेगर अभियान में ली गई फोटो तथा गूगल शीट के मध्य आंकड़ों के अन्तर को शीघ्र पूरा किया जाएगा। यह कार्य आगामी 24 घंटों में पूर्ण हो जाएगा। उपखण्ड स्तर पर अभियान के लिए विशेष व्हाट्सएप गु्रप बनाए गए है। इनमें जिला प्रशासन के अतिरिक्त सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को भी जोड़ा गया है।

उन्हाेंने कहा कि द्वितीय चरण में समझाईश की प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। चिन्हित स्थानों पर राजकीय व्यक्तियों द्वारा समझाईश की जाएगी। इस दौरान उन्हें भिक्षावृत्ति छोड़कर आजीविका के अन्य साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस प्रकार के व्यक्तियों का नियमानुसार पुनर्वास करने की कार्यवाही होगी। समझाईश से नही मानने वाले भिखारियों के विरूद्ध कार्यवाही कर निरूद्ध किया जाएगा।

उन्हाेंने कहा कि वृद्ध व्यक्तियों को वृद्धाश्रम में, नशेड़ियों को नशामुक्ति केन्द्र में, महिलाओं को नारी निकेतन में, विमंदितों को अपना घर जैसी स्वयंसेवी संस्थाओं में तथा बच्चों को बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार बताए गए स्थानों में रखा जाएगा। इस दौरान पेशेवर भिखारियों, अपराधियों, संदिग्धों एवं नशेड़ियों पर सादी वर्दी में पुलिस विभाग द्वारा कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भिक्षावृत्ति छोड़ने वाले व्यक्तियों के लिए सरकार द्वारा नियमानुसार पुनर्वास की व्यवस्था की गई है। इन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। प्रारम्भिक स्तर पर रैनबसेरे में रखने के साथ ही इंदिरा रसोई से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। शहरी रोजगार गारंटी योजना से जोड़कर आय का साधन उपलब्ध कराया जाएगा। स्थाई रोजगार अथवा आवास के लिए नियमानुसार आंवटन का भी प्रावधान होगा।

उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थानों पर आने वाले व्यक्तियों का भी अभियान के लिए सहयोग अपेक्षित है। भिक्षावृत्ति  में लिप्त व्यक्तियों को पुनर्वासित कर जिले को भिक्षावृत्ति मुक्त करने के लिए राज्य सरकार द्वारा समस्त भिक्षुकों के लिए  भोजन, वस्त्र, आवास, चिकित्सा, रोजगार इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के लिए निःशुल्क पूर्ण व्यवस्था की गई है। किंतु आपके द्वारा भिक्षुकों को पैसे देने की वजह से उनके द्वारा अपनी इस प्रवृत्ति को छोड़ा नहीं जा रहा हैं। अतः इस प्रकार के व्यक्तियों को भीख के रूप में पैसे नही देने के लिए आम जन को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए स्थानीय निकाय विभाग एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा बैनर भी लगाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि अजमेर शहर के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) तथा अन्य क्षेत्रों में संबंधित उपखण्ड अधिकारी भिक्षावृत्ति मुक्त अजमेर अभियान के लिए नोडल अधिकारी है। इनके द्वारा डिजीटल चिन्हीकरण, समझाईश एवं रेसक्यू का क्रियान्वयन, मॉनिटरिंग करने के साथ-साथ अस्थाई पुनर्वास केन्द्रों का संचालन किया जाएगा। सम्बन्धित नोडल अधिकारी अपने क्षेत्र को भिक्षावृत्ति मुक्त होने की घोषणा करेंगे। पुलिस विभाग द्वारा सड़क, चौराहों, धार्मिक स्थलों, रेल्वे स्टेशनों, बस स्टेशनों एवं अन्य स्थानों पर भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों, बच्चों एवं परिवारों को रेसक्यू कर पात्रता अनुसार बालगृह, महिलागृह, विमंदितगृह एवं रेनबसेरों में पहुंचाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार के रेसक्यू किए गए व्यक्तियों का पुनः घर भिजवाना एवं उनका सामाजिक पुनर्वास करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। इनके जॉब कार्ड बनवाकर रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। भिक्षावृत्ति का संगठित कार्य करवाने वालों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाएगी। इसमें स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा। ब्लॉक जवाजा एवं ब्यावर शहर में अर्यमा सेवा समिति, श्रीनगर एवं अजमेर शहर में जागृति जन सेवा संस्थान नागौर, सावर एवं केकड़ी में अपना थियेटर संस्थान, पीसांगन एवं पुष्कर में राजस्थान पर्यावरण विकास एवं शोध संस्थान, मसूदा, भिनाय एवं बिजयनगर में रिद्धि सिद्धि सेवा संस्थान भादरूणा, सरवाड़ में सोसायटी फॉर सोशल एक्शन एण्ड मोबिलाइजेशन फॉर बेटर हयूमन एमेनिटीज एण्ड अवेरनेस, सिलोरा एवं किशनगढ़ में न्यू आदर्श शिक्षा समिति तथा अंराई, अजमेर ग्रामीण एवं नसीराबाद में महिला मण्डल बाड़मेर आगौर सहयोग प्रदान करेंगे।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट, अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा एवं भावना गर्ग, उपखण्ड अधिकारी महावीर सिंह, बाल कल्याण समिति सदस्य तबस्सुम बानो, रूपेश कुमार एवं राजलक्ष्मी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रफुल्ल चन्द चौबीसा, संप्रेषण गृह के अधीक्षक अभिषेक गुजराती, सहायक निदेशक संजय सांवलानी, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी विशाल सिंह सोलंकी तथा बालिका गृह अधीक्षक अदिती माहेश्वरी सहित अधिकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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