Ticker

6/recent/ticker-posts

ऋषि मेला शुक्रवार से, तीन दिनों तक वैदिक विमर्श से गुंजायमान होगा अजमेर

ऋषि मेला शुक्रवार से, तीन दिनों तक वैदिक विमर्श से गुंजायमान होगा अजमेर

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
महर्षि दयानन्द सरस्वती के 139वें बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में परोपकारिणी सभा के तत्वावधान में पुष्कर रोड स्थित ऋषि उद्यान में तीन दिवसीय भव्य ऋषि-मेला आज प्रारंभ होगा।  

प्रओपकारिणी सभा के मंत्री मुनि सत्यजित ने बताया कि इस आयोजन के लिए ऋषि उद्यान के सभी भवनों एवं सम्पूर्ण परिसर का मनोहारी आभावाले विद्युत् लाइटों, झण्डों और तोरणद्वारों से चित्ताकर्षक सजावट की गई है। ऋषि मेले में भाग लेने के लिए दक्षिण भारत सहित देश के प्राय: सभी राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन प्रारम्भ हो गया है। नेपाल, अमेरिका आदि कई देशों से आर्यजन, प्रख्यात विद्वान एवं गुरुकुल के छात्र-छात्राएँ भी आने लगे हैं। 

डॉ. सुरेन्द्र कुमार- पूर्व कुलपति गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार एवं श्री सज्जनसिंह कोठारी, पूर्व लोकायुक्त राजस्थान आदि कई विद्वान् जनसामान्य का ज्ञानवर्द्धन-मार्गदर्शन करने के लिए पहुँच रहे हैं।

कार्यक्रम शुक्रवार 4 नवम्बर 

5:00 से 6:30 तक - सूक्ष्म क्रियाएँ-आसन-प्राणायाम-ध्यान-सन्ध्या- आचार्य कर्मवीर

7:00 से 8:30 तक - अथर्ववेद पारायण यज्ञ। ब्रह्मा -डॉ. प्रमोद योगार्थी

8:35 से 8:55 तक - वेद प्रवचन- आचार्य सूर्यादेवी चतुर्वेदा

9:00 से 10:00 तक - प्रातराश

10:00 से 11:00 तक - ध्वजारोहण व उद्घाटन सत्र

11:00 से 12:30 तक - भजन व व्याख्यान-

    स्वाधीनता में महर्षि का योगदान

वक्ता-आचार्य सोमदेव

अध्यक्ष - डॉ. ज्वलन्त कुमार शास्त्री,

12:00 से 2:00 तक  - भोजन

2:30 से 5:00 तक - भजन व व्याख्यान-

विश्व राज्य संचालन में प्रचलित वैदिक परंपरायें

वक्ता- प्रो. शत्रुंजय रावत,

3:00 से 5:00 तक - वानप्रस्थ दीक्षा- स्वामी मुक्तानन्द परिव्राजक

5:00 से 6:30 तक - यज्ञ, सन्ध्या- डॉ. प्रमोद योगार्थी

6:30 से 8:00 तक - भोजन

8:00 से 10:00 तक - भजन, सम्मान व व्याख्यान

महर्षि दयानन्द का राजस्थान-गुजरात के कवियों पर प्रभाव

वक्ता-पूर्व सांसद ओंकारसिंह लखावत

अध्यक्ष- श्री सज्जनसिंह कोठारी,

संचालक- आचार्य ओमप्रकाश

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ