श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग
अजमेर (AJMER MUSKAN)। अतिक्रमण करवाने वाले अधिकारियो और कर्मचारियो के नाम सार्वजनिक करके उनके विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिये। श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के पदाधिकारियो ने महासंघ के अध्यक्ष महेन्द्र बंसल,कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह निर्वाण, सलाहकार मानमल गोयल, भागचन्द दौलतानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक दुल्हानी मामा, धर्मचन्द जैन बजाज, जोनी बाशानी, हरीश अगनानी, मितेश निचानी, हरीश वतवानी, ओम प्रकाश टांक, महासचिव रमेश लालवानी, किशोर टेकवानी, सुरेश तम्बोली, दिलीप सामनानी, लीलाराम सीरनानी, दिनेश यादव, जोधा टेकचन्दानी, मनीष गोयल, बंटी भार्गव, देवेन्द्र जादम, मोइन खान, लोकेश सैनी, सरदार दिलीप सिंह, सरदार बलबीर सिंह, किशन पारिक, सुनील मोतियानी, किशन सिंह राव, धीरज गुर्जर, सागर मीणा, मोहन ला लखण्डेलवाल, अनिल मित्तल, पीयूश झा सहित अन्य ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, स्वायत शासन मंत्री शान्ति धारीवाल, प्रमुख शासन सचिव उषा शर्मा, आईएएस गोरव गोयल, सम्भागीय आयुक्त बीएल मेहरा, जिलाधीश अंशदीप, नगर निगम के आयुक्त सुशील कुमार, अतिरिक्त लिाधीश शहर भावना गर्ग, महापौर ब्रजलता हाड़ा, उप महापौर नीरज जैन सहित कहा कि अतिक्रमणो को बढ़ावा देने और उनको सहयोग करने वाले अधिकारियो और कर्मचारियो की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिये।
महासंघ के अध्यक्ष्ज्ञ महेन्द्र बंसल एवं संस्थापक व महासचिव रमेश लालवानी ने कहा कि महासंघ के द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में व्यापारिक संगठन और व्यापारियों की समस्याओं के समधान लिए महासंघ प्रयासरत है। मानमल गोयल ने कहा कि अजमेर को समार्ट सिटी बनाने में नगर निगम निगम के अनेक कर्मचारी और अधिकारी ही अतिक्रमणकारियों का सहयोग करते है। उन्होने बताया कि महासंघ को उससे जुड़े संगठनो के पदाधिकारियो ने बताया कि नगर निगम के अनेक कर्मचारी और अधिकारी ही मुख्य मार्गाे और दुकानो के आगे थड़ी वालो को स्वंय बैठाते है इससे मार्ग अवरूद्व होते हैं साथ ही दुकानदारो और थडी ठेले वालो में टकरार की स्थित उत्पन्न हो जाती है।
0 टिप्पणियाँ