चार दिवसीय कांफ्रेंस का समापन
अजमेर (AJMER MUSKAN)। नेशनल कांफ्रेंस ऑफ चेस्ट फीजिशयन 10 से 13 नंवबर को उदयपुर के गीतांजलि मेडिकल कॉलेज के सभागार में संपन्न हुई । जिसमे अजमेर के जवाहलाल नेहरू चिकित्सालय के श्वसन रोग विभाग के सहायक आचार्य डॉ पीयूष अरोरा ने मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए । साथ ही पोस्ट ग्रेजुएट के छात्रों के शोध को जजमेंट करने में निर्णायक भूमिका निभाई । डॉ अरोरा ने इस कांफ्रेंस में वातावरण जब ठंडा होता हैं अथवा तापमान एकदम गिरता हैं तब अस्थमा में क्या प्रभाव पड़ता हैं ।
इस पर मुख्य वक्ता के रूप में इसके लक्षण, ईलाज , बचाव के लिए विस्तार से बताया । इसी तरह फेफड़ों की सिकुड़न की बीमारी में आने वाले समय में क्या क्या ईलाज, जांच हो सकेगी । भविष्य में क्या नए प्रयोग हो सकते हैं इस पर अपने विचार रखे । कांफ्रेंस के तीसरे दिन कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थियों के शोध पत्रों का आकलन किया । उन पर निर्णायक भूमिका निभाते हुए जजमेंट किया । कान्फ्रेस के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के तौर पर विभिन्न कार्यक्रम में शिरकत की।
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