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शुद्ध के लिए युद्ध अभियान : जांच दल के मार्केट में पहुंचते ही मची हड़कंप, किराने की दुकानें हो गई बंद

शुद्ध के लिए युद्ध अभियान : जांच दल के मार्केट में पहुंचते ही मची हड़कंप, किराने की दुकानें हो गई बंद

जांच दलों द्वारा की गई कार्यवाही

अजमेर (AJMER MUSKAN)। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अन्तर्गत जिला कलक्टर श्री अंश दीप द्वारा गठित दलों ने जिले में विभिन्न स्थानों पर कार्यवाही की। नमूनों की जांच रिपोर्ट के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।

जिला कलेक्टर अंश दीप ने बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत गठित जांच दल द्वारा गुरूवार को अजमेर की फूड सेफ्टी टीम केकड़ी शहर स्थित मिठाई विक्रेताओं के यहां कार्रवाई करने पहुंची। टीम द्वारा जय अंबे जोधपुर मिष्ठान भंडार के कारखाने का निरीक्षण करने पर यहां लगभग 125 किलो मिल्क केक नाम से मिठाई बिक रही थी। यह रिफाइंड पाम ऑयल, मिल्क पाउडर, इमल्सिफायर तथा अन्य अखाद्य सामग्री से तैयार की गई थी। इसकी खरीद लगभग 150 रूपए प्रतिकिलो होती है। जब कि मिल्क केक दूध और चीनी से तैयार किया जाता है। मुनाफाखोरी करने के लिए इसके पीस करके अच्छे से उस पर पिस्ता कटिंग लगाकर 400 से 450 प्रति किलो की रेट पर जनता को बेचा जा रहा था। मौके पर इस तथाकथित मिल्क केक के नमूने लेकर शेष बचे मिल्क केक को नष्ट करवाया गया। फर्म के मालिक को भविष्य में इस तरह की मिठाई नहीं बेचने के लिए पाबंद किया गया। शिवम स्वीट्स अजमेर रोड से मावा मिठाई का एक नमूना लिया गया। अजमेरी गेट के अंदर स्थित कैलाश मिष्ठान भंडार तथा जय मां भटियाणी जोधपुर मिष्ठान भंडार से मावा का नमूना लिया गया।

उन्होंने बताया कि सरवाड़ से अग्रवाल मिष्ठान भंडार से मावा मिठाई और गहलोत मिष्ठान भंडार से मावा बर्फी का नमूना लिया गया। जांच दल के मार्केट में पहुंचते ही हड़कंप मच गया। ज्यादातर किराने की दुकानें बंद हो गई। मौजूद व्यापारियों से समझाइश की गई की इस तरह दुकानें बंद करने से स्थानीय लोगों में गलत संदेश जाता है। भविष्य में ऎसे व्यापारियों की दुकानों पर नोटिस चस्पा कर कार्यवाही की जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। सभी मिठाई विक्रेताओं को सूचित किया गया कि खाद्य सामग्री को ढक कर रखें। फूड लाइसेंस रजिस्ट्रेशन प्रदर्शित करके रखें। मिठाइयों में फूड कलर की मात्र का उपयोग जहां तक संभव हो कम से कम किया जाए। साथ ही साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी, प्रशिक्षु मुकेश वैष्णव, डेयरी प्रतिनिधि देवराज, सहायक राजकुमार इंदौरा एवं घनश्याम सिंह राठौड़ शामिल रहे।

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