Ticker

6/recent/ticker-posts

राजकीय महिला चिकित्सालय की मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी की बैठक आयोजित

राजकीय महिला चिकित्सालय की मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी की बैठक आयोजित

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
राजकीय महिला चिकित्सालय की मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी की बैठक संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिला कलेक्टर अंश दीप ने मरीजों के हित में संवेदनशीलता से कार्य करने के निर्देश दिए।

संभागीय आयुक्त बी.एल.मेहरा ने कहा कि राजकीय महिला चिकित्सालय अजमेर संभाग के निवासियों के लिए बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है। चिकित्सालय के प्रबंधन के लिए गठित राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी की बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। चिकित्सालय के अवलोकन के दौरान मरीजों एवं परिजनों के साथ चिकित्सा सुविधाओं के संबंध में वार्तालाप किया गया। रियांबडी की श्रीमती शारदा से उपचार के बारे में जानकारी ली। चिकित्सालय की सफाई व्यवस्था सही पाई गई। विभिन्न स्थानों पर आवश्यकतानुसार विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए।

उन्होंने कहा कि अवलोकन के दौरान मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के केन्द्रीय भण्डार तथा दवा वितरण केन्द्र का भी निरीक्षण किया गया। नियोनेटल आईसीयू का अवलोकन कर नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की जानकारी ली। चिकित्सालय के बैसमेंट का अवलोकन कर उसका उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सीपेज के पानी को रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। बैसमेंट में रखी सामग्री में से उपयोगी एवं मरम्मत योग्य सामान को अलग कर उपयोग में लेना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही कबाड़ का निस्तारण हो। इंदिरा रसोई का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता के बारे में लाभार्थियों से चर्चा की गई। परिसर में उगी बबूल की झांडियों को हटाने के निर्देश दिए गए।

उन्होंने कहा कि बैठक में चिकित्सालय के आवश्यक संसाधनों के संबंध में विचार विमर्श किया गया। इसके लिए आवश्यक बजट की अनुमति प्रदान की गई। चिकित्सालय के ऑपरेशन थियेटर को विसंक्रमित करने के लिए फुमिगेशन मशीन, वार्ड के लिए छोटी सचल ऑटोक्लेव मशीन, कार्मिकों लिए आयरन लॉकर, ड्रेसिंग ड्रम, फर्निचर, कम्बल, वार्मर, छत की रबर कॉटिंग तथा रंग रोगन के लिए लगभग 25 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई। राजकीय एम्बुलेंस के संचालन के लिए रैक्सो के माध्यम से वाहन चालक लगाने का अनुमोदन किया गया ।इसके अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड, सफाई कर्मी, वार्ड बॉय, इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर, कॉरपेन्टर एवं मसॉन आदि भी लगाए जाने पर भी सहमति बनी।

उन्होंने कहा कि मानवीय संसाधनों की भी कमी नहीं रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एवं आरजीएचएस के माध्यम से समस्त पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए। चिकित्सालय के भवन की समेकित रूप से सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा जांच की जाएगी। मरीजो अथवा परिजनों के फीड बैक रजिस्टर को संधारित किया जाए तथा शिकायतों का निस्तारण  करें।

इस अवसर पर जेएलएन चिकित्सालय के अधीक्षक  डॉ. नीरज गुप्ता, मेडिकल कॉलेज के डॉ. भास्कर, महिला चिकित्सालय की डॉ. कान्ति यादव एवं डॉ. पूर्णिमा पचौरी सहित अधिकारी उपस्थित थे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ