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यातायात प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित

यूजर बिहेवीयर परिवर्तन के लिए चलाई जाएगी ड्राइव

एज्यूकेशन, इन्फोर्मेशन, इंजिनियरिंग एवं हेल्थ ड्राइव पर रहेगा जोर

यातायात प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
जिला सड़क सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन समिति की बैठक में यूजर बिहेवीयर परिवर्तन के लिए एज्यूकेशन, इन्फोर्मेशन, इंजिनियरिंग एवं हेल्थ ड्राइव चलाने के निर्देश दिए गए। बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर अंश दीप ने की।

जिला कलेक्टर अंश दीप ने कहा कि जिला यातायात प्रबंधन समिति जिला सड़क सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन समिति के रूप में कार्य करेगी। इसमें सड़क सुरक्षा तथा दुर्घटनाएं कम करने पर ध्यान दिया जाएगा। यातायात से सम्बन्धित स्थानीय मुद्दों का निस्तारण यातायात नियंत्रण बोर्ड द्वारा किया जाएगा। इसके लिए अजमेर विकास प्राधिकरण को नोडल बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के श्री प्रवेश सैनी, ट्रान्स्पोर्टेशन फेकल्टी एवं कॉलेज के  विद्यार्थियों के माध्यम से किशनगढ़ से परबतपुरा तक 4 लोकेशन पर बेस लाईन सर्वे का कार्य किया गया। इस सर्वे में विभिन्न श्रेणी के वाहन चालकों के व्यवहार का डाटा संग्रहित किया गया। इसके आधार पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रयास किए जाएंगे। पब्लिक ओपिनियन सर्वे एवं ट्रैफिक वॉल्यूम सर्वे की प्रक्रियाधीन कार्यवाही एक माह में पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि सड़क एवं वाहनों का उपयोग करने वाले समस्त हितधारकों के यूजर बिहेवीयर परिवर्तन के सम्बन्ध में विभिन्न ड्राइव चलाई जाएगी। पुलिस, परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण हाइवे उपयोग करने वाले सड़क उपयोगकर्ताओं, वाहन चालकों के साथ-साथ आस-पास के ग्रामीणों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक एवं शिक्षित करने के लिए लगातार एजुकेशन ड्राइव चलाएंगे।प्रत्येक स्कूल के 2-2 अध्यापक, पुलिस के अनुसंधान अधिकारी, चिकित्सा विभाग के स्वास्थ्य कर्मी को इस के लिए प्रशिक्षण दिया जाकर ग्राम, ब्लॉक एवं जिला स्तर पर जन जागृति कार्यक्रम किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि उपखण्ड प्रशासन, पुलिस, परिवहन एवं एनएचएआई द्वारा हाइवे पर अतिक्रमण हटाने, गलत पार्किंग करने वाले वाहनों की जब्ती एवं लेन ड्राइविंग उल्लंघन सहित अन्य अपराध के विरूद्ध प्रति माह 7 दिन का संयुक्त जांच अभियान चलाया जाएगा।सड़क दुर्घटनाओं का वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान एवं विश्लेषण करना, प्रवर्तन एजेन्सी पेट्रोलिंग के साथ-साथ ओवर स्पीडिंग, गलत दिशा में वाहन चलाना, निर्धारित लेने में वाहन न चलाना, नियमानुसार ओवर टेकिंग नहीं करना, अवैध रूप से करने के लिए वाहन पार्क करना आदि की प्रवर्तन कार्यवाही प्रभावी रूप से पुलिस, परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग एनफोर्समेन्ट ड्राइव चलाएंगे।

उन्होंने कहा कि इस दौरान ट्राफिक वॉल्यूम सर्वे करेंगे तथा बेसलाइन सर्वे के अनुसार इंजीनियरिंग ड्राइव पर लगातार कार्य किया जाएगा।चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स की जोईंट सर्वे रिपोर्ट के आधार पर रोड इंजीनियरिंग दोष का निवारण किया जाएगा। सड़क सुरक्षा ऑडिट एवं संयुक्त निरीक्षण में पाए गए इंजीनियरिंग दोषों को फेजमेनर में शोर्ट टर्म तथा लाेंग टर्म योजना बनाकर कार्यवाही की जाएगी।परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग वाहन मानकों का हाइवे पर तकनीकी प्रवर्तन कार्यवाही कर सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना घटित होने के बाद तत्काल दुर्घटना पीड़ितों को गोल्डन ओवर में अस्पताल पहुचाने के लिए एम्बुलेंस सेवा का रेस्पोण्ड टाइम कम करना, गुड सेमेटिरन प्रोत्साहन योजना का प्रचार-प्रसार एवं उसे प्रभावी रूप से लागू करना, वाहन चालकों के स्वास्थ्य एवं नेत्र जांच शिविर लगाना, फस्र्ट रेस्पोण्डर का प्रशिक्षण अधिक से अधिक लोगों को देना, ट्रोमा सेन्टर की सुविधा बढ़ाने के साथ-साथ केशलेस ट्रीटमेन्ट की सुविधा का प्रचार-प्रसार कर उसे क्रियान्वित कर हेल्थ ड्राईव लागू की जाएगी।

उन्होंने कहा कि घायलों की मदद करने वाले व्यक्तियों को सरकार द्वारा 5 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि देने के साथ-साथ प्रमाण पत्र भी दिया जाता है। दस से अधिक घायलों की सहायता करने पर एक लाख की प्रोत्साहन राशि अलग से मिलती है। ऎसे व्यक्ति को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाता है। इस प्रकार के गुड सेमेरिटन के बारे में आमजन को जागरूक किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न मार्गो पर अवस्थित ब्लैक स्पॉट्स का चिन्हीकरण कर उन्हें खत्म करने की कार्यवाही की जाए। इसके लिए संयुक्त जांच एवं दुरस्तीकरण की समीक्षा की गई। अजमेर जिले में राष्ट्रीय राजमागोर्ं एवं स्टेट हाइवेज को 10 स्ट्रैच में बांटा गया है। पुलिस विभाग द्वारा जिले में वर्ष 2022 में 28 ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित किए गए। इनमें से अधिकतर ब्लैक स्पॉट्स का संयुक्त सर्वे किया जा चुका है। आगामी 15 दिवस में शेष सभी ब्लैक स्पॉट्स का सर्वे पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए गए।आगामी एक माह में इसकी रिपोर्ट तैयार कर कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने कहा कि विभिन्न राजमार्गों पर लेन के सम्बन्ध में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रत्येक 5 किलोमीटर पर लेन ड्राइविंग अवेयरनेस के बोर्ड लगाए जाएंगे। लेन ड्राईविंग की पालना नहीं करने पर जुर्माने एवं सजा के प्रावधानों के बोर्ड राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा लगाये जाएंगे। बोर्ड की डिजाईन परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग द्वारा तैयार की जाएगी।यातायात अवरोध उत्पन्न करने वाली झाडियां, बबूल सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा 15 दिवस में हटाई जाएंगी। उसके बाद फेज मेनर में जिला सम्पर्क सड़क पर ली यही कार्यवाही होगी।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में सड़क सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई जाए। इसके अन्तर्गत वर्षभरसड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न गतिविधियां एवं प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इनमें स्लोगन, पोस्टर, पेंटिंग, निबन्ध, नारा लेखन, वाद-विवाद, सांस्कृतिक गीत, नृत्य, ऑनलाईन सड़क सुरक्षा क्विज एवं रंगोली प्रतियोगिताएं सम्मिलित की गई है। यह प्रतियोगिताओं में स्कूल स्तर एवं ब्लॉक स्तर पर प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं नकद पुरस्कार से जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा विभाग द्वाराकैलेण्डर के अनुसार समस्त विद्यालयों में प्रत्येक माह में एक गतिविधि आयोजित की जाएगी।

नगरीय परिवहन सेवा वाहनों सिटी बस, टेम्पों एवं ऑटो रिक्शा के स्टोपेज के निर्धारण के लिए आयुक्त नगर निगम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। पुलिस, परिवहन विभाग, अजमेर विकास प्राधिकरण, सिटी बस, टेम्पों, ऑटो रिक्शा यूनियन तथा विशेषज्ञों की कमेटी द्वारा एक माह में शहर में सर्वे किया जाएगा। इसके अनुसार  प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएंगे। इस कमेटी द्वारा ई-रिक्शा एवं तांगा स्टेण्ड के लिए भी प्रस्ताव दिए जाएंगे। यह कमेटी अजमेर शहर में विभिन्न मागोर्ं पर गतिसीमा निर्धारण के प्रस्ताव भी एक माह में तैयार करेगी।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक  चूनाराम जाट, नगर निगमआयुक्त सुशील कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाशचन्द्र शर्मा एवं भावना गर्ग, अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव किशोर कुमार, प्रादेशिक परिवहन एवं सड़क सुरक्षा अधिकारी डॉ. वीरेन्द्र सिंह राठौड़, परियोजना निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ए.के. खण्डेलवाल उपस्थित थे।

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