अजमेर (AJMER MUSKAN)। चन्द्रशेखर, लोकमान्य बाबा गंगाधर तिलक और सिन्धी के विख्यात शाॅयर नारायण श्याम को उनकी जयंती के अवसर पर आर्य समाज संसथा सदर बाजार में हवन यज्ञ करके नमन किया गया।
इस अवसर पर विख्यात पण्डित जागेश्वर निर्मल ने अपने सत्संग प्रवचनों में कहा कि जिन जिन लोगा ने आजादी का संघर्ष देखा उन सबको आजादी का महत्व पता है और उनको देश की परिस्थितियों को देखने का भी अवसर मिला। कवि जागेश्वर नर्मल ने कहा कि हमें अपने से बड़ों का ओर गुरूजनो का भी आदर सत्कार करके उनकी जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये।
आर्य समाज संस्था सदर बाजार मून्दडी मौहल्ला के संयुक्त मंत्री रमेश लालवानी ने बताया कि लोक मान्य बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई 1856 को रत्नागिरी में हुआ था और देश के लिए शहीद 1अगस्त 1920 को मुम्बई में हुआ था, उनका पूरा नाम केशव गंगाधर तिलक था। चन्द्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को हुआ और देश के लिए शहीद 27 फरवरी 1931 को प्रियागराज में हुए थे,उनका पूरा नाम चन्द्रशेखर सीताराम तिवारी था। विख्यात शाॅयर नारायण श्याम का जन्म दीवान गोकुलदास एवं जमुनादेवी नागवानी के घर सिन्ध के गांव खाई कासिम नौशारो फिरोज जिला नवाब शाह में 22 जुलाई 1922 को हुआ था और 10 जनवरी 1989 को निधन हुआ था। हवन यज्ञ करके और वैचारिक गोष्ठी का आयोजन करके चन्द्रशेखर आजाद, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और नारायण श्याम की जयंती पर नमन किया गया। आर्य समाज की उप प्रधान पुष्पा छतवानी ने दोनो शहीदो के जीवन के सम्बंध में जानकारी प्रदान की। चन्द्रा देवनानी, चतुर मूलचन्दानी, निर्मला हून्दलानी, रमेश लालवानी, चेतन मंगलानी, सहित अन्य द्वारा हवन यज्ञ में सामग्री की आहूति प्रदान की गई। शान्ति पाठ के पश्चात हवन प्रार्थना के कार्यक्रम का समापन किया गया।
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