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वरिष्ठ नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नम्बर 14567, पोस्टर का किया विमोचन

वरिष्ठ नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नम्बर 14567, पोस्टर का किया विमोचन

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
जिला कलेक्टर अंशदीप ने गुरूवार कोसामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही राजस्थान एल्डर लाईन 14567 के पोस्टर का जिले के लिए विमोचन किया।वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में गुणात्मक सुधार के लिए स्थापित इस हेल्पलाईन को प्रशासन तथा पुलिस एवं विभागों द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।

जिला कलेक्टर अंश दीप ने पोस्टर विमोचन के अवसर पर बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्रालय भारत सरकार तथा राजस्थान सरकार द्वारा जे.के. लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी जयपुर और समर्थ एल्डर केयर गुरूग्राम के सहयोग से वृद्धजनों के लिए हेल्पलाईन एल्डर लाइन रिस्पांस सिस्टम का संचालन किया जा रहा हैं। हेल्पलाइन के टोल फ्री नम्बर 14567 से आसानी से सम्पर्क किया जा सकता है। यह एक निःशुल्क सेवा हैं। इसमें वरिष्ठ नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए सूचना, मार्गदर्शन, भावनात्मक सहयोग जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही है। बेसहारा वृद्धजनों का रेस्क्यू कर उनको समुचित सहायता प्रदान की जा रही है।  मेडिकल, कानूनी सहायता, आपदाओं में सहायता, समाजिक सुरक्षा योजना से जोड़ना इसका उद्देश्य हैं। इसमें समस्त विभागों के साथ-साथ पुलिस एवं प्रशासन का पूर्ण सहयोग रहेगा।

उन्होंने बताया कि स्वावलम्बन प्रदान करने के लिए संचालित पेंशन योजनाओं के लाभ प्राप्त करने में आने वाली समस्याओं का समाधान करने के साथ ही उन्हें वृद्धावस्था में होने वाली बीमारियों के उपचार के लिए भी आवश्यक चिकित्सकीय सलाह दी जाती है। वहीं आवश्यकतानुसार घर से ही जांच के लिए सैम्पल संग्रहित करने एवं कानूनी सलाह भी उपलब्ध करवाई जाती है।

एल्डर लाइन के अजमेर जिला फील्ड रेस्पोन्स अधिकारी प्रेरक बड़गुर्जर ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार के साझा प्रयासों से बुजुगोर्ं के सहयोग के लिए हैल्प लाइन सेवा संचालित की जा रही है। इस नम्बर पर बुजुर्ग प्रातः 8 से सायं 8 बजे तक सम्पर्क कर सकते हैं। इससे बुजुर्गों को आवश्यकतानुसार मार्गदर्शन तथा उम्र कीढलान पर इमोशनल सहारा दिया जाता है एवं उनका अकेलापन दूर करने का प्रयास किया जाता है।

उन्होंने बताया कि घरेलू उत्पीड़न एवं प्रताड़ना से बचाने के लिए भी प्रयास किए जाते हैं। परिवार के साथ नहीं रहने के इच्छुक बुजुर्गों को सम्मान के साथ ओल्ड एज होम में रखने की व्यवस्था की जाती है। घर से निकले वृद्धों को घर पहुंचाने में भी हैल्पलाइन की भूमिका रहती है।

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