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अजमेर डिस्कॉम : 756 घरों में पकड़ी बिजली चोरी, 1.21 करोड़ जुर्माना

1183 गांवों में 72 हजार से ज्यादा घरों की सर्विस लाइन अब विजीबल

अजमेर डिस्कॉम : 756 घरों में पकड़ी बिजली चोरी, 1.21 करोड़ जुर्माना

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
बिजली चोरी रोकने और सर्विस लाइन तक सीधी पहुंच बनाने के लिए चलाए गए अभियान में डिस्कॉम ने बड़ी सफलता हासिल की है। डिस्कॉम ने 11 जिलों के 1183 गांवों में 72 हजार 453 घरों की सर्विस लाइन को मुख्य सड़क से सीधा विजीबल किया है। यानि अब लाइनमैन को बाहर से ही लाइन स्पष्ट दिखाई देगी, साथ ही इनमें कट लगाकर चोरी की संभावना भी शून्य होगी। अभियान में 756 घर ऎसे मिले जहां कट लगाकर या अन्य तरीकों से बिजली चोरी की जा रही थी। इस पर 1.21 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाया गया है।

अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के  प्रबंध निदेशक एन.एस.निर्वाण ने बताया कि अजमेर विद्युत वितरण निगम ने अपने 5500 फीडर इंचार्जो को इस अभियान की जिम्मेदारी सौंपी। अभियान के तहत प्रत्येक फीडर इंचार्ज द्वारा एक माह में एक गांव का कार्य पूर्ण किया जा रहा है। आगामी 3 माह में डिस्कॉम क्षेत्र के समस्त गांवों की सर्विस लाइनों को पूर्णतः विजिबल कर दिया जाएगा।

निर्वाण ने बताया कि इस अभियान के तहत अभी तक अजमेर सिटी सर्किल के 38, अजमेर जिला सर्किल के 33, भीलवाडा सर्किल के 231, नागौर सर्किल के 73, झुंझुनूं सर्किल के 71, सीकर सर्किल के 30, बांसवाडा सर्किल के 6, चित्तौडगढ सर्किल के 366, राजसमंद सर्किल के 102, उदयपुर सर्किल के 47, प्रतापगढ सर्किल के 127 तथा डूंगरपुर सर्किल के 59 गांवों की सभी लाइनें पूर्णतः विजिबल कर दी गई है।

उन्होने बताया कि सर्विस लाइन विजिबल होने से अजमेर डिस्कॉम की टीम ने अजमेर सिटी सर्किल में 11, अजमेर जिला सर्किल में 14, भीलवाडा  सर्किल में 166, नागौर  सर्किल में 39, झुंझुनूं सर्किल में 60, सीकर सर्किल में 7, बांसवाडा सर्किल में 21, चित्तौडगढ सर्किल में 349, राजसमंद सर्किल में 23, उदयपुर सर्किल में 11, प्रतापगढ सर्किल में 31, डूंगरपुर सर्किल में 24 मामलें विद्युत चोरी के पकडे। इन सभी बिजली चोरों पर निगम द्वारा कुल 1.21 करोड़ रुपयों का जुर्माना लगाया गया है।

उन्होंने ने बताया कि कई ग्रामीण क्षेत्रें में उपभोक्ताओं की सर्विस लाइन विद्युत पोल से मीटर तक स्पष्ट दिखाई नहीं देती है। सर्विस लाइन परिसरों के छत से होकर मीटर तक गुजरती है, जिससे विद्युत चोरी की आशंका बनी रहती है। कई परिसरों में मीटर भी परिसरों के अंदर स्थापित रहते है, जहां मीटर से छेडछाड़ की आशंका बनी रहती है। इस अभियान के तहत अगले 3 माह में निगम क्षेत्र के सभी गांवों की लाइने विजिबल हो जाएगी। इससे बिजली चोरी रोकने में मदद मिलेगी।

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