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गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों के संबंध में की समीक्षा

गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों के संबंध में की समीक्षा
गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों के संबंध में की समीक्षा

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष कुमार शर्मा ने गांधी दर्शन प्रशिक्षण की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक ली।

शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष कुमार शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट घोषणा के माध्यम से अहिंसा एवं शांति निदेशालय की स्थापना की गई है। निदेशालय द्वारा संभाग स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। अजमेर संभाग का प्रशिक्षण शिविर 25 से 27 जून तक आयोजित होगा। इसमें प्रत्येक उपखण्ड से 7-7 प्रशिक्षार्थी भाग लेंगे।  इनमें से 5 पुरूष तथा दो महिलाएं होगी। संभाग के समस्त उपखण्डों से प्रशिक्षणार्थी 24 जून सायं तक प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचेंगे।  इस प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक मंगलवार को संभागीय आयुक्त सभागार में आयोजित हुई।

उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण स्थल के लिए महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय परिसर का निर्धारण किया गया है। प्रशिक्षण के लिए आवश्यक कमेटियों का गठन करने के निर्देश दिए गए है। जिलों में गांधी दर्शन के संबंध में कई नवाचार किए जा रहे है। इनको राज्य के अन्य जिलों में भी अपनाया जाएगा। गांधी दर्शन को जीवन दर्शन बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यकर््रम को जन कार्यक्रम बनाए जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में गैर सरकारी संगठनों, शिक्षा संस्थानों, एनएसएस, एनसीसी एवं स्काउट गाइड की सहभागिता होनी चाहिए। इसमें युवाओं को जोड़ने की आवश्यकता है। सरकार द्वारा संचालित गांधी दर्शन आधारित योजनाओं पर प्रशिक्षण के दौरान विशेष जोर दिया जाएगा। संभाग स्तरीय प्रशिक्षण के पश्चात जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण की योजना भी है। प्रशिक्षण के तीनाें दिनों में अलग-अलग थीम पर आधारित गतिविधियां होगी।

संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने कहा कि जीवन में सादगी, अहिंसा एवं शांति का महत्व है। गांधी दर्शन का प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर तक होने  से इन जीवन मूल्यों के बारे में समझ बढ़ेगी। प्रशिक्षण के लिए निर्धारित सम्पूर्ण मॉड्यूल का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। प्रशिक्षणार्थियों को पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी भी सम्बोधित करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान की गई गतिविधियों का दस्तावेजीकरण आवश्यक रूप से किया जाएगा।

महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक एवं पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने कहा कि  प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों में गांधी दर्शन की पर्याप्त समझ विकसित की जाएगी। किसानों, ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों के बारे में महात्मा गांधी के विचारों से अवगत कराया जाएगा। सरकार की फ्लेगशीप योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।

महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सहसंयोजक श्री शाक्ति प्रताप सिंह ने कहा कि वर्तमान समय गांधी के विचारों के लिए चुनौतीपूर्ण है। गांधी दर्शन की प्रासंगिकता आज भी कायम है। समाज में सद्भावना एवं सर्वधर्म समभाव को बनाए रखने में गांधी दर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका है। शांति एवं अहिंसा निदेशालय के प्रकोष्ठ ग्राम स्तर तक गठित होने चाहिए। साथ ही निदेशालय की नियमित गतिविधियां आयोजित होनी चाहिए।

इस अवसर पर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एवं प्रशिक्षण के संभागीय नोडल प्रभारी गजेन्द्र सिंह राठौड़, अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा एवं भावना गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मवीर मान, उपनिदेशक रूद्रा रेणु, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह प्रभारी हेमन्त धारीवाल एवं रूपेन्द्र सिंह चाम्पावत, ब्लॉक संयोजक उमेश कुमार शर्मा, भवर गोपाल गौड,  परमेन्द्र सिंह राठौड़, मामराज सेन, अजय गौड़, हनीश मारोणिया, पीयूष सुराणा, हेमराज खारोलिया सहित अधिकारी एवं समिति से जुड़े गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे । 

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