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गर्भावस्था के दौरान रखी जाने वाली सावधानियाें एवं पोषण के बारे में दी जानकारी


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत सोमवार को जिले में कार्यक्रमों का आयोजन कर गर्भावस्था के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन सभी सीएचसी, पीएचसी एवं जिला चिकित्सालय पर किया गया। जिले में जिला चिकित्सालयों से पीएचसी तक 3170 गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व सेवाऎं दी जाकर लाभान्वित किया गया। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शिन्दे स्वाति के साथ रामनगर यूपीएचसी पर उपस्थित गर्भवती महिलाओं को प्रतिमाह अपना स्वास्थ्य चेकअप अनिवार्य रूप से करवाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इससे गर्भावस्था में कोई जटील समस्या उत्पन्न ना हो। गर्भावस्था के दौरान रखी जाने वाली आवश्यक सावधानियां, पोषक आहार एंव व्यायाम करने के लिए जानकारी दी गई। गर्भवती महिलाओं को मानसिक एवं शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहने के लिए गर्भावस्था के दौरान योग एवं व्यायाम करने के लिए बताया गया। यूपीएचसी रामनगर डिस्पेन्सरी पर कार्यरत स्टाफ द्वारा गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के योगाभ्यास के बारे में जानकारी दी गई। प्रसव की विभिन्न अवस्थाओं में किस प्रकार का योग लाभकारी है इसकी जानकारी दी गई। इससे गभर्वती महिला कि अधिक से अधिक नोरमल डिलिवरी की जा सके।

उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित 104 एवं 108 एम्बूलेंस की निःशुल्क सुविधा के बारे में भी जानकारी दी गई। गर्भवती महिलाओं को यह भी जानकारी दी गई कि प्रसव के समय चिकित्सा संस्थान पर जाते समय अपना ममता कार्ड साथ लेकर जावें। इससे संबन्धित चिकित्सा संस्थान के स्टाफ को गर्भवती महिला कि मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता चल सकेगा। प्रसुताओं का प्रसव सुरक्षित रूप से करवाया जा सकेगा। गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाले एनीमिया के बारे में भी बताया गया। महिलाओं का हिमोग्लोबिन लेवल 7 से 10 के बीच होने पर सरकारी चिकित्सा संस्थान पर आयरन सुक्रोज की चार खुराक लेनी चाहिए। हिमोग्लोबिन लेवल 7 से कम होने पर ब्लड ट्रान्सफ्यूजन करवाने के लिए सभी चिकित्सा सरकारी संस्थानों पर व्यवस्था की गई है। इससे प्रसुताओें में हिमोलोबिन की कमी नहीं हो एवं पीपीएच के कारण होने वाली मातृ मृत्यु को रोका जा सके। साथ ही उच्च जोखिम गर्भवर्ती महिलाओं को नियमित रूप से तीन जांचे करवाने के पश्चात भी अतिरिक्त एएनसी जांच नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर पीएमएसएमए, एसएमडी, पीएमडी, एमसीएचएन दिवस पर करवाना अनिवार्य है। प्रसव सम्बन्धित समस्त एचआईवी, सीफलिस, शुगर हाइपोथायरायडिजम जैसी जांचें मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना के अन्तर्गत सरकारी चिकित्सा संस्थानों पर ही करवाने के लिए प्रसुताओं को प्रोत्साहित किया गया।

इस अवसर पर यूपीएचसी रामनगर इंचार्ज डॉ. अल्का मेहता, डॉ. आयुष शर्मा एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।

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