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सिन्धी भाषा मान्यता दिवस पर राज्यभर में होगीं संगोष्ठियां

राज्यभर में 75 नगरों में अलग अलग स्थानों पर 100 से ज्यादा कार्यक्रम : वाधवाणी


जोधपुर (AJMER MUSKAN)।
भारतीय सिन्धु सभा, राजस्थान की ओर से 10 अप्रेल 1967 को भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में सिन्धी भाषा को मान्यता मिलने के उपलक्ष में दिवस पर राज्यभर में 75 नगरों में अलग अलग स्थानों पर 100 से ज्यादा कार्यक्रम व संगोष्ठियां आयोजित किये जायेगें। उक्त निर्णय प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक में लिया गया।

प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि राज्यभर में संगोष्ठियों के आयोजन में भाषा से जुडाव व सिन्धी शिक्षकों का सम्मान भी किया जायेगा। प्रदेश में शहीद हेमू कालाणी जन्म शताब्दी वर्ष के चल रहे कार्यक्रमों पर भी विस्तृत चर्चा की गई जिसमें सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये कार्यकर्ता सम्पर्क कर रहे हैं। सभा की ओर से स्थानीय पूज्य सिन्धी पंचायत व धार्मिक संगठनों के सहयोग से आगामी 13 अप्रेल को संत कवंरराम जयंती पर भी धार्मिक आयोजन किये जायेगें। सभा की ओर से साप्ताहिक बाल संस्कार शिविरों के आयोजन पर भी चर्चा की गई और परीक्षाओं के समाप्त होते ही राज्यभर में आयोजन होगें। प्रदेश मेें आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का वार्षिक कलण्डर भी जारी किया गया है जिसे कार्यकर्ता सभी तक वितरित करेगें।

राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद के निर्देशक नियुक्ति पर भारत सरकार का आभार 

प्रदेश भाषा व साहित्य मंत्री डॉ. प्रदीप गेहाणी ने बताया कि सभा की मांग पर भारत सरकार ने राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद के निर्देशक के पद पर डॉ. रवि प्रकाश टेकचंदाणी की नियुक्ति पर आभार प्रकट करते हुये मांग दोहराई कि शीघ्र ही उपाध्यक्ष व कमेटी का भी गठन किया जाये जिससे भाषा व संस्कृति जुडाव के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सके।

वर्चुअल बैठक में, प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, प्रदेश संरक्षक सुरेश कटारिया, प्रदेश संगठन मंत्री डॉ. केलाश शिवलाणी, नवलकिशोर गुरनाणी, घनश्याम हरवाणी,गिरधारी ज्ञानाणी, दीेपेश सामनाणी, मोहनलाल आलवाणी, महेश टेकचंदाणी, घनश्याम मेंघवाणी, वीरूमल पुरसवाणी, वासदेव टेकवाणी, मनीष गुवालाणी, मूलचंद बसंताणी, प्रकाश फुलवाणी, हीरालाल तोलाणी, टीकम पारवाणी, वासदेव बसराणी, प्रताप कटेहरा, राधाकिशन शिवलाणी,  महिला ईकाई से वंदना वजीराणी, कोकिला बेन, श्रीमति शोभा बसंताणी, किरन होतवाणी, मंजू लालवाणी व गुलाबराय मीरचंदाणी, घनश्याम ठारवाणी सहित पदाधिकारी उपस्थित थे।

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