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रेल संग्रहालय : अजमेर का नया टूरिस्ट स्पॉट बना रेल म्यूजियम


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
नसीराबाद रोड, मार्टिण्डल ब्रिज समीप स्थित रेल संग्रहालय अजमेर स्थानीय और अजमेर आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है | इसे अजमेर का नया टूरिस्ट पॉइंट कहा जा सकता है | पर्यटकों की इसके प्रति रूचि बढ़ती जा रही है |  24 जून 2021 को खोले जाने के पश्चात् से अब तक रेल म्यूजियम को विजिट करने वाले पर्यटकों की संख्या लगभग 20 हजार रही है तथा इससे लगभग 6 लाख का रेल राजस्व भी प्राप्त हुआ है। रेल म्यूजियम के प्रति आमजन में खासा उत्साह नजर आ रहा है।  रेल म्यूजियम में अजमेर मंडल  सहित भारतीय रेल की महान ऐतिहासिक व समृद्व विरासत से परिचय कराया गया है। यह पर्यटकों की सुविधा हेतु प्रत्येक रविवार को भी खुला रहता है ताकि अधिक से अधिक पर्यटक इसका लाभ ले सकें | यद्यपि  रखरखाव कारणों से प्रत्येक सोमवार को यह बंद रहता है |  

अजमेर मंडल की महान ऐतिहासिक विरासत को और संरक्षित करने व आमजन को भारतीय रेल की समृद्व विरासत से परिचित करवाने के लिये रेलवे द्वारा अजमेर में नसीराबाद रोड स्थित पुरानी विद्युत उत्पादन इकाई में यह  "रेलवे संग्रहालय"  स्थापित किया गया । यह म्यूजियम 15795 वर्ग मीटर परिसर में फैला है | 

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ल म्यूजियम (रेल संग्रहालय) का उद्देश्य अजमेर मंडल सहित भारतीय रेल की विरासत और समृद्ध विरासत को संरक्षित करना है और इसे व्यापक रूप से दर्शकों के लिए प्रदर्शित करना है। यह रेल संग्रहालय अजमेर निम्नलिखित उद्देश्यों को मुख्य रूप से प्रदर्शित करता है:

1. अजमेर मंडल का इतिहास, बुनियादी ढांचा व विरासत का  ग्राफिक वृत्तचित्र ।

2. 1870 के दशक से अजमेर और देश में रेलवे संचालन का इतिहास ।

3. लोकोमोटिव, कोच, वैगन व  अन्य उपकरणों सहित भारत में रेलवे का तकनीकी विकास ।

4. भारत में रेलवे का काम और काम करने की स्थिति ।

5. भारत के सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय इतिहास पर रेलवे का प्रभाव ।

6. भारत के इतिहास में भारतीय रेलवे का योगदान । 

रेल संग्रहालय परिसर में आकर्षण का केंद्र एक टॉय ट्रेन है जिसके लिए मीटर गेज का ट्रैक बिछाया गया है |  इस टॉय ट्रेन को मीटर गेज की 5 पुश ट्रॉलियों से बनाया गया है | रेल म्यूजियम में 3-डी प्रभावों के साथ कैनवास पर बनाई गई सिनोग्राफी, साइनेज, सबसे पुराने भाप इंजन का मॉडल, राजस्थान के तीर्थ स्थानों के मार्ग, "रेलवे की प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग" आदि पर आधारित इंटरैक्टिव मॉडल सहित अन्य ऐतिहासिक महत्व की वस्तुएं प्रदर्शित की गयी है | इसके इंडोर संग्रहालय में भी  विभिन्न प्रकार की एतिहासिक कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है जैसे ग्लास केस के साथ वुडन टेबल, लकड़ी की मेज, लेथ  मशीन, हाथ प्रेस मशीन, रोस्टेन स्लॉट मशीन आदि का प्रदर्शन प्रदर्शन किया गया है जिनके माध्यम से भारतीय रेल की विरासत का प्रदर्शन किया गया है।

मंडल रेल प्रबंधक नवीन कुमार परसुरामका का कहना है की यह रेल म्यूजियम भारतीय रेल की समृद्व विरासत का  प्रतीक हैं। पर्यटकों द्वारा रेल म्यूजियम में रूचि दिखाना प्रसन्नता का विषय है | उन्हें रेल म्यूजियम  के माध्यम से न केवल मनोरंजन अपितु रेलवे से सम्बब्धित जानकारी की भी वृद्धि हो रही है |

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