अजमेर (AJMER MUSKAN)। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 131 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित हुए जिला स्तरीय कार्यक्रमों में संविधान निर्माता को श्रद्धा के साथ याद किया गया ।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रफुल्ल चंद्र चैबीस ने बताया कि स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 131 वीं जयंती के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत अम्बेडकर सर्किल कलक्ट्रेट के पास बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा का माल्यार्पण किया। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक एवं पूर्व विधायक डाॅ श्रीगोपाल बाहेती, सह संयोजक शक्ति प्रताप सिंह, संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा, जिला कलेक्टर अंश दीप ने बाबा साहब की प्रतिमा का माल्यार्पण किया।
इसके पश्चात कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्वयं सेवी संस्थाओं तथा प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में राज्य स्तरीय अम्बेडकर शिक्षा पुरस्कार प्रदान किया गया। अजमेर में सुश्री संध्या भट्ट एवं भाविका धारिवाल को 51-51 हजार रुपये पुरस्कार, राज्य सरकार द्वारा भेजे गये प्रमाण पत्रा एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। साथ ही जिला स्तर पर प्राप्त प्रस्तावों में प्रदीप कुमार कच्छावा को सामाजिक सेवा पुरस्कार एवं स्वयं सेवी संस्था सेन्ट्रल फाॅर ऐडवोकेसी एण्ड रिसर्च (सीफार) को जिले में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछडा वर्ग के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए जिला स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने कहा कि वर्तमान में सरकार द्वारा संचालित की जा रही योजनाएं बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सपनों को पूर्ण करने की दिशा में कार्य कर रही है। ये योजनाएं संविधान की मूल आत्मा से प्रेरित है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन में संजीदगी और संवेदनशीलता होने पर इनकी उपयोगिता सिद्ध होगी। इन योजनाओं के माध्यम से वंचित वर्ग को उन्नति की नई दिशा प्राप्त होगी।
महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह संयोजक शक्ति प्रताप सिंह ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के द्वारा संचालित योजनाएं कमजोर एवं वंचित वर्ग को सहारा प्रदान करती है। इन योजनाओं से जुड़कर व्यक्ति जीवन में नई दिशा प्राप्त कर सकता है।
संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने कहा कि बाबा साहेब के द्वारा दिखाए गए रास्ते पर हम सभी को चलना चाहिए। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा प्राप्त करने की सलाह दी। शिक्षित और संगठित होकर ही वंचित वर्ग समाज की मुख्यधारा के साथ आ सकता है। शिक्षित व्यक्ति स्वयं के परिवार के साथ-साथ अन्यों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनता है। बाबासाहेब ने बड़ी मेहनत और संघर्ष से नया मुकाम हासिल किया था। उनसे प्रेरणा लेकर प्रत्येक व्यक्ति को समाज के लिए कार्य करना चाहिए।
जिला कलेक्टर अंश दीप ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का मूल उद्देश्य भारत के नागरिकों को संविधान प्रदत्त बराबरी प्रदान करना है। समाज में भेदभाव रहित वातावरण का निर्माण होना चाहिए। पिछड़े वर्ग को आगे लाने में विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इसका कोई शाॅर्टकट नहीं हो सकता है। शिक्षा प्रत्येक व्यक्ति के हाथ में सबसे बड़ा हथियार है। यह सभी को एक मंच पर लाने में सक्षम है।
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