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आजादी का अमृतमहोत्सव : सिंधीनाटक आजादीअ्जे आन्दोलन में सिंधी सन्तन जो योगदान का मंचन


जोधपुर (AJMER MUSKAN)।
आजादी के अमृतमहोत्सव एवं विशव रंगमंच दिवस के अवसर पर राजस्थान सिंधीअकादमी, अखिलभारतीय सिंधी बोली एवं साहित्य सभा, सिंधी वेलफेयर एण्ड मेडिकल सोसायटी व सिंधी कल्चरल सोसायटी  संयुक्ततत्वावधान में सिन्धीनाटक ‘‘आजादीअ्जे आन्दोलन में सिंधी सन्तनजो योगदान‘‘ का मंचन किया गया।

सिन्धु महल चौपासनी हाउसिंग बोर्ड मेंआयोजित इस नाटक में लोक  सिंधी-गीत-संगीत के माध्यम से आजादी के आन्दोलन में सिंधी सन्तों का योगदान, सामाजिकअन्धविशवास व बुराईयों से दूर रहने, महिला सशक्तिकरण एवं स्वच्छता के सन्देश  के साथ साथ परम्परागत रीतिरिवाजों, संस्कारों की साकार प्रस्तुति से दर्षकों को मंत्र मुग्ध करदिया।इस नाटक के माध्यम से सिंधी समाज की युवा पीढ़ी को अपने पूर्वजों शहीदों, महापुरुषों और संतों के जीवनी एवंआजादी के आन्दोलन में दिये गये योगदान की प्रस्तुति दी गई।

स्वतंत्रता संग्राम में सिंधी संतों के योगदान में खास तौर पर संत स्वामी टेउंराम महाराज का योगदान अहम रहा। इनकी विविध एवंअद्भुत लीलाओं के माध्यम से दर्शकों में उत्साह संचारित कर, देषभक्ति की भावना जगादी।

जयपुर की ज्योति कला संस्था के इस प्रस्तुति का लेखन एवं निर्देशन सुरेश सिन्धु ने किया। नाटक में टेउंराम की भूमिका में दीपक लखवानी, माया बसन्दानी तांत्रिक, सूत्रधार के रूप में पूजा चांदवानी व वासुदेव मोटवानी का अभिनय सशक्य रहा। वहीं लक्ष्मण मोटवानी, मनोज आडवानी, कविता सचदेव, नंदनी पंजवानी, कपिल मदान, हेमा मलानी, यश  मलानी, दिव्यांश तोरानी, दक्ष चांदवानी ने पात्रानुकूल अभिनय किया। प्रकाश व्यवस्था - राजेन्द्र शर्मा, रूपसज्जा रवि बांका का रहा।

इस प्रस्तुति के दौरान सिंधी अकादमी के सचिव संजय झाला, हरीश देवनानी, महेश संतानी, अशोक कृपलानी, गोविन्द कर्मचन्दानी, विजय भगतानी, राजेन्द्र खिलरानी, सुशील मंगलानी, भगवन्तीआईदासानी, राजकुमार परमानी,स्मिता थदानी, लता धनवानी, प्रेम थदानी, जेठानन्द लालवानी, रमा आसनानी  सहित कई रंग प्रेमी उपस्थित थे।

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