सही जानकारी एवं साझा प्रयासों से बच्चों को शोषण से बचाना संभव : अंजली शर्मा
अजमेर (AJMER MUSKAN)। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउण्डेशन एवं राजस्थान महिला कल्याण मण्डल, चाचियावास के द्वारा एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन कार्यक्रम के अन्तर्गत पोक्सो एक्ट-2012 विषय पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण का शुक्रवार को समापन हुआ।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजली शर्मा ने प्रशिक्षण की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि संस्था के द्वारा बालकों से जुड़े मुद्दों पर प्रशिक्षण आयोजित करना बहुत महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षणों के माध्यम से मिली सही जानकारी एवं साझा प्रयासों से बच्चों को हर प्रकार से शोषण से बचाना संभव होगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक नानूलाल प्रजापति ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजमेर में आयोजित प्रशिक्षण के अंतिम दिन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउण्डेशन के मास्टर ट्रेनर आशुतोष नेमा तथा महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली के सहायक निदेशक प्रेमोदय खाका ने पोक्सो एक्ट के अन्तर्गत पीड़ित बालकों को न्याय दिलाने में सपोर्ट पर्सन, पुलिस, बाल कल्याण समिति एवं विशेष न्यायालय की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने बच्चों के दुव्र्यापार के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की। देश तथा विभिन्न राज्यों में इसकी स्थिति के बारे में बताया। साथ ही इसे रोकने में प्रत्येक जागरूक नागरिक को अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
खाका ने भारतीय दण्ड संहिता में मानव दुव्र्यापार के संबंध में दिए गए प्रावधानों की जानकारी दी। इसके अलावा जेजे एक्ट, पोक्सो, आईटीपीए, सीएएलपीआर एक्ट तथा बंधुआ मजदूरी के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली पीड़ित प्रतिकर स्कीम तथा न्यायिक सहायता के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रशिक्षण में बाल कल्याण समिति सदस्य तब्बसुम बानो, राजलक्ष्मी करारिया, बाल सम्प्रेषण गृह अधीक्षक अभिषेक गुजराती, मानव तस्करी विरोधी ईकाई के अशोक कुमार बिश्नोई तथा टीम सदस्य, विशेष किशोर पुलिस ईकाई के बाल कल्याण अधिकारी, चाइल्ड लाइन टीम, पैरालीगल वोलेन्टियर्स, बाल देखरेख संस्थाओं एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउण्डेशन के द्वारा संचालित एक्सेस टू जस्टिस परियोजना टीम ने अपनी उपस्थिति दी।
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