अजमेर (AJMER MUSKAN)। आजादी के दीवाने शहीद सुखदेव थापर, राजगुरू और भगत सिंह के शहीदी दिवस के अवसर पर जन सेवा समिति की ओर से गंज स्थित कार्यालय में वैचारिक गोष्ठी का आयोजन करके उनको नमन किया गया। वरिष्ठ नागरिक पुखराज जंगम ने इस अवसर पर बताया कि 23 मार्च 1931 को सुखदेव, राजगुरू और भगत सिंह को एक साथ फांसी के फन्दे पर लटकाया गया था। पुखराज जंगम ने बताया कि हमारा देश आजदी के दीवानो के द्वारा हमें दिलाई गई आजादी के लिए उनको हमेशा नमन करता रहेगा। जन सेवा समिति अजमेर और अजयमेरू सेवा समिति के पदाधिकारियो प्रतिनिधियों ने आजादी के दीवानों को हमेशा नमन करने की युवा पीढ़ी को अपने अपने स्तर पर सीख देने की बात कही।
जन सेवा समिति के संस्थापक एवं महासचिव रमेश लालवानी ने बताया है कि सुखदेव थापर का जन्म 15 मई 1907 को लुधियाना पंजाब में,भगत सिंह का जन्म 24 सितम्बर 1907 को बंगा गाव जारणवाला वर्तमान पाकिस्तान में और राजगुरू का जन्म 24 अगस्त 1908 को गुरूदंहंत में हुआ था और तीनो को 23 मार्च 1931 को लाहौर की जेल में फांसी पर लटकाया गया था। सरदार बलबीर सिंह ने बताया कि देश की आजादी की लड़ाई बिना जात-पात के और केवल भारतीयता पर आधारित होकर लड़ी गई थी जिसके परिणाम स्वरूप अंग्रेजो को भारत छोड़ना पड़ा। ताराचन्द लालवानी, किशोर विधानी, शराफत हुसैन घोसी, अनवर हुसैन घोसी, पण्डित दिनेश शर्मा, गोविन्द लालवानी, राधाकिशन दौलतानी सहित अन्य ने शहीदो को नमन किया।
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