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तम्बाकू मुक्त राजस्थान की संकल्पना को साकार करें - मेहरा


अजमेर में संभाग स्तरीय कार्यशाला आयोजित

संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा तथा पुलिस महानिरीक्षक रूपेंद्र सिंह ने किया संबोधित

मिशन निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए रखी अपनी बात

अजमेर (AJMER MUSKAN)। संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने कहा कि राजस्थान को तम्बाकू मुक्त राज्य बनाने के लिए आप और हम सभी को मिलकर काम करना होगा। इस संकल्पना को साकार करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाई गई 100 दिवसीय कार्ययोजना को सफल बनाना प्रमुख लक्ष्य होगा। संभागीय आयुक्त शुक्रवार को तम्बाकू मुक्त राजस्थान 100 दिवसीय अभियान के आयोजन को लेकर आयोजित संभाग स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने कहा कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान को लेकर बनाई गई 100 दिवसीय कार्ययोजना में यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि किसी भी सरकारी कार्यालय में कोई भी कार्मिक तम्बाकू पदार्थ का सेवन नहीं करे। इसके लिए प्रत्येक सरकारी कार्मिक से तम्बाकू पदार्थ सहित किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन नहीं करने का संकल्प पत्र भराया जाए।

उन्होंने कहा कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान, तम्बाकू मुक्त अजमेर संभाग के संकल्प के पूरा करने के लिए घर-घर तक चेतना लानी होगी। इस अभियान में जनप्रतिनिधियों, पेंशनर्स तथा विभिन्न समाजों के गणमान्य नागरिकों को भी जोड़ा जाए। मेहरा ने कहा कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान को सफल बनाने के लिए प्रशासन, पुलिस, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग सहित प्रत्येक विभाग के अधिकारी व कार्मिकों को संकल्पित होकर काम करना होगा। इस अभियान में जनचेतना लाने के लिए ग्राम पंचायत लेवल तक कार्यशालाएं आयोजित की जाए। इसमें ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा प्रमुख भूमिका निभाई जाए।

इससे पूर्व उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए कार्यशाला को संबोधित किया। डॉ. सोनी ने कहा कि राजस्थान का हर नागरिक नशा मुक्त, तम्बाकू मुक्त बने। इसके लिए हमें जनजागरण लाना होगा। तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान की 100 दिवसीय कार्ययोजना को धरातलीय स्तर पर सफल बनाकर इस मुहिम को सफल बनाया जा सकता है। इस महाअभियान में प्रत्येक विभाग के अधिकारी व कार्मिक अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। पहले रोको और टोका तथा फिर नहीं माने तो तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगों पर जुर्माना भी लगाया जाए। मिशन निदेशक डॉॅ. सोनी ने निर्देश दिए कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान का निर्माण करने के लिए सोशल मीडिया सहित समस्त माध्यमों के जरिए संपूर्ण प्रचार-प्रचार किया जाए।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज श्री रूपिन्दर सिंध ने कहा कि नशा एक सामाजिक कुरीति है। इसे हर हाल में जड़ मूल से नष्ट करना होगा। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि हमें स्कूल लेवल पर अभिभावकों को प्रेरित करना होगा। तम्बाकू अथवा नशीले पदाथोर्ं का त्याग किया जाए। श्रमिक वर्ग के बीच जाकर उन्हें नशे के विरूद्ध प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस विभाग हर स्तर पर सहयोग करेगा।

स्टेट नोडल ऑफिसर, एनटीसीपी डॉ. एस.एन. धौलपुरिया ने स्लाइड प्रजेंटेशन के जरिए तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान की 100 दिवसीय कार्ययोजना पर प्रकाश डाला। डॉ. धौलपूरिया ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादीलाल मीणा के मार्गदर्शन में शुरू किए गए तम्बाकू मुक्त राजस्थान की पूरी कार्ययोजना को गांव स्तर तक सफल बनाने के लिए अजमेर संभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों तथा जिला नोडल अधिकारी एनटीसीपी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

कार्यशाला में संयुक्त निदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. इंद्रजीतसिंह ने तम्बाकू मुक्त राजस्थान की 100 दिवसीय कार्ययोजना को लेकर अजमेर संभाग की तैयारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संभाग के सभी जिलों से आई कार्ययोजना का संयोजन करते हुए यह कार्ययोजनाओं बनाई गई है। इस कार्ययोजना के तहत संभाग के सभी जिलों में संचालित विद्यालयों, महाविद्यालयों को तम्बाकू मुक्त जोन बनाने पर कार्य करेंगे। इसके साथ-साथ समस्त सरकारी कार्यालयों व ग्राम पंचायतों को भी तम्बाकू मुक्त जोन बनाने पर काम किया जाएगा। अभियान के तहत जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय समन्वय समिति बनाकर कार्ययोजना के मुताबिक काम होगा। कार्यशालाओं में कोटपा एक्ट के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाएगी। सार्वजनिक स्थलों पर कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई भी होगी।

इस कार्यशाला में एसआकेपीएस के सचिव राजन चौधरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी, डॉ. मेहराम महिया, डॉ. अशोक यादव सहित अजमेर संभाग के एपीडेमोलॉजिस्ट, जिला आईईसी समन्वयक, जिला आशा समन्वयक, जिला नोडल अधिकारी एवं संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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