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स्वाधीनता का अमृत महोत्सव : शहीद दिवस पर कार्यक्रम, क्रांतिकारियों को किया याद


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में बुधवार 23 मार्च को शहीद दिवस के अवसर पर सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में आयोजित सेमीनार कार्यक्रम में क्रांतिकारियों को याद किया गया।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति तथा सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में शहीद दिवस के उपलक्ष्य पर सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शहीदों को याद कर श्रद्धांजली अर्पित की गई। सेमीनार में श्री शर्मा ने अपने संबोधन में युवा पीढ़ी को क्रांतिकारियों द्वारा दिखाए गए कार्य को हमेशा याद रखने की आवश्यकता बताई। देश को विकास के मार्ग पर चलाने के लिए अनुशासन की महत्ता के बारे में भी बताया।

मुख्य वक्ता महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक एवं पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने भारत के तीन अदम्य साहसी स्वतंत्रता योद्धाओं के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव द्वारा की गई शहादत को ऎतिहासिक परिप्रेक्ष्य में याद किया। इन क्रांतिकारियों द्वारा देश की आजादी में किए गए कार्यों की विवेचना की। महात्मा गांधी ने इनकी शहादत को रुकवाने का प्रयास किया। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह संयोजक शक्ति प्रताप सिंह ने युवाओं के साथ व्यक्तिगत वार्तालाप कर देश के लिए त्याग करने की बात कही।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुधीर कुमार उपाध्याय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि शहीदों ने देश की संप्रभुता को बनाए रखने के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी। आज का ऎतिहासिक दिवस उन हुतात्माओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए आयोजित किया जाता है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना सर्वस्व समर्पित किया। सम्पूर्ण राष्ट्र उनका ऋणी है। नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी जयेश मीणा ने युवाओं से संबंधित राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। सेमीनार प्रभारी डॉ. लता अग्रवाल ने इतिहास की पृष्ठभूमि पर अमर शहीदों की शहादत के बारे में बताया। इसमें अनन्या कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी  डॉ. जितेंद्र,  डॉ. आर.पी.बागड़ी, डॉ. मनोज यादव, डॉ. विनय कुमार एवं डॉ. मीना दौचाणिया मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना कीे स्वयंसेवक आस्था गौड़ ने किया। एनएसएस व एनसीसी के स्वयंसेवक ने सेमीनार में सक्रिय भागीदारी निभाई।

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