Ticker

6/recent/ticker-posts

परमात्मा से साक्षात्कार करने हेतु शुद्ध ह्रदय की आवश्यकता : आचार्य दिव्य चैतन्य

श्री दशनाम सन्यास आश्रम में आचार्य दिव्य चैतन्य के तीन दिवसीय प्रवचन


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
पुष्कर के श्री दशनाम सन्यास आश्रम में हरिद्वार कनखल साधना सदन आश्रम के आचार्य दिव्य चैतन्य महाराज ने अपने प्रवचनो के माध्यम से कहा कि परमात को पाने के लिए और उससे साक्षात्कार के लिए मानव जीव का ह्रदय शुद्व होना चाहिये। आचार्य ने कृष्ण और अर्जुन का संवाद का वृतान्त सुनाते हुए कहा कि किसी से भी कुछ पाने के लिए, मित्र भाव से नही अपितु गरू भाव से ही प्राप्त किया जा सकता है। पुष्कर के श्री दशनाम सन्यास आश्रम में किशन गुरनानी मौहल्ला देहली गेट के बाहर स्थित माता ज्ञान ज्योति उदासीन वेदान्त आश्रम दरबार के तत्वावधान में आश्रम के संस्थाप ब्रह्मलीन बाबा हरनामदास का 72वें तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के द्वितीय दिन वेदान्त पर आधारित और श्रीमद्भगवद्गीता पर आधारित सत्संग प्रवचनो के कार्यक्रम के अन्तर्गत पुष्कर के श्री दशनाम सन्यास आश्रम में हरिद्वार कनखल साधना सदन आश्रम के आचार्य दिव्य चैतन्य महाराज के शनिवार को भी तृतीय एवं अन्तिम दिन आम भण्डारे के साथ प्रवचनो का आयोजन किया जाएगा।

माता ज्ञान ज्योति वेदान्त उदासीन आश्रम की गद्दीनशीन संत साध्वी माता गीता ज्योति ने कहा कि सत्संग का लाभ अपने स्व्यं के लिए होता है।मानव को चाहिये कि दुलर्भ मानव योनि का लाभ लेकर आवागमन से मुक्ति प्राप्त करें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ