प्रकृति के अनुरूप आचरण-व्यवहार से मानव रहता हे दोष मुक्त : संत मुक्तानन्द
अजमेर (AJMER MUSKAN)। गुरू कृपा लोक सेवा संस्थान आयुष आरोग्य वन गौ शाला में निःशुल्क प्राकृतिक चिकित्सा शिविर और निशुल्क योगा चिकित्सा शिविर के आयोजन किया गया। संत मुक्तानंद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रकृति के अनुरूप आचरण और व्यवहार करने से मानव दोष मुक्त रहता है और स्वस्थ जीवन जीता है। मुक्तानन्द ने सबको आहा व्यवहार के तरीके भी समझाये। महंत बाबा श्रीजी महाराज ने योगाभ्यास करवाते हुए नियमित रूप से योगाभ्यास करते रहने की सीख दी और उपस्थित लोगो को योगा का अभ्यास करवाया और अपना गुरू स्वंय बनने की बात कही।
मीडिया प्रभारी रमेश लालवानी ने बताया कि आयुष आरोग्य वन जो कि गुरू कृपा लोक सेवा संस्थान पंजीकृत से सम्बंधित जुड़ा हुआ। मुख्य ट्रस्ट कमलेश लोकवानी और कुंज शर्मा ने बताया आयुष आरोगय वन गौ शाला में बाबा श्रीजी संत और संत मुक्तानन्द के माध्यम से शीध्र ही नियमित निःशुल्क योगा प्रशिक्षण ओर निःशुल्क प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र का शुभारंभ किया जायेगा।
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