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चेटीचंड 2 अप्रेल को निकलेगी भव्य शोभा यात्रा तैयारी बैठक 26 को


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
सिंधी समाज के इष्ट देव श्री झूलेलाल साहिब के अवतरण दिवस चेटीचंड 2 अप्रेल को अजमेर शहर के प्रमुख मार्गो से निकलेगी भव्य शोभा यात्रा। यह निर्णय पूज्य लाल साहिब मंदिर सेवा ट्रस्ट दिल्ली गेट अजमेर द्वारा प्रधान ट्रस्टी प्रभु लौंगानी के सानिध्य ट्रस्ट के संरक्षक दौलतराम पमनानी के संरक्षण व  हेमनदास छबलानी की अध्यक्षता में रखी गई बैठक में लिया।                                                                                         

यह जानकारी देते हुए ट्रस्ट के महासचिव जयकिशन पारवानी ने बताया के भारत पाक विभाजन के बाद से लेकर परंपरागत रूप से चेटीचंड मेला का आयोजन अजमेर शहर में लगातार होता रहा है गत 2 वर्ष में विश्वव्यापी महामारी कोरोना के कारण चेटीचंड मेला भव्य रुप से नहीं मनाया जा सका मेले के सभी कार्यक्रम सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए सांकेतिक हुए। इस वर्ष कोरोना से राहत के उपरांत प्रशासन द्वारा उर्स मेला के सफल प्रबंधन को देखते हुए शासन प्रशासन पर विश्वास रखते हुए तीन दिवसीय चेटीचंड मेला आयोजित करने का निर्णय हुआ है।                                               

पारवानी के अनुसार तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ 1 अप्रेल शुक्रवार को शाम 5:15 बजे संत महात्माओं व गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थत्ति में झूलेलाल धाम में ढोल शहनाई की धुन के साथ नाचते गाते उत्साह के साथ ध्वजारोहण के साथ होगा शाम 6:30 बजे भजन कीर्तन आरती आरती के बाद प्रसाद वितरण होगा 2अप्रेल शनिवार को सुबह 10 बजे से समाज के लोगों द्वारा मुण्डन व यग्योपवीत संस्कार(जनेऊ) व पलांद छुड़वाने आदि धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रम के बाद झूलेलाल धाम में झूलेलाल मंडली द्वारा पूज्य बहराणा साहिब की स्थापना भजन कीर्तन पंजड़े गाकर दोपहर 12 बजे पंजमहाज्योत प्रज्वलित कर आरती व छेज के बाद पूज्य लालसाहिब की प्रतिमाओं का नगर भ्रमण शोभायात्रा के साथ दोपहर 1 बजे संत महात्माओं गणमान्य व्यक्तियों द्वारा झंडी दिखाकर शुभारम्भ होगा  शोभा यात्रा में गाजे बाजे के साथ लगभग 60 मनमोहक झांकिया शहर के प्रमुख मार्गों से होकर पुनः गंज स्थित गुरुद्वारा पर समापन होगा।                                               

3 अप्रैल रविवार को धार्मिक आयोजनों के साथ ही दोपहर 1  बजे आम भण्डारा शाम 7 बजे आरती रात्रि 8:30 बजे परंपरागत सिंधी भगत होगी जिसमें भजन कीर्तन पंजड़े कलाम के गायन के पश्चात पल्लव (अरदास) के बाद छेज व डांडिया का आयोजन कर डोडो चटणी का प्रसाद वितरण के साथ तीन दिवसीय चेटीचण्ड मेले का समापन होगा।                                                                  

पारवानी के अनुसार तीन दिवसीय मेले के सफल संचालन हेतु शहर के सिंधी समाज के धार्मिक, सांस्कृतिक, व्यापारिक, सामाजिक संस्थाओं के साथ झांकी सजाकर लाने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों की आम बैठक 26 फरवरी शनिवार शाम 7:30 बजे दिल्ली गेट स्थित झूलेलाल धाम रखी गई है।  बैठक में संतोष कुमार भावनानी ताराचंद लालवानी हीरानंद कलवानी आदि ट्रस्टी उपस्थित रहे।

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