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नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था मांगकर नहीं छीनकर लेंगे आजादी : पुरषोत्तम प्रांतपेय

अजयमेरू 84 कोसीय परिक्रमा आयोजन कमेटी द्वारा नेताजी जयंती पर वर्चुअल गोष्ठी  


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
अजयमेरू 84 कोस परिक्रमा आयोजन समिति के तत्वावधान में रविवार को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस जयंती के अवसर पर आयोजित वर्चुअल मीटिंग में अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ नागरिक पुरषोत्तम प्रांतपेय ने कहा कि अंग्रेजो से भारत की आजादी की लड़ाई में किसी भी विशेष दल का योगदान नहीं होकर समस्त भारतवासियो का सामूहिक योगदान रहा उन्होने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने आजाद हिन्द फौज की स्थापना की और उन्होने युवाओ, बच्चो और महिलाओं के भी अलग अलग दल गठित किये। पुरषोत्तम ने कहा कि नेताजी ने तत्कालीन आईसीएस की परीक्षा भी अपने पिता की आज्ञा से मैरिट से पास की और अंग्रेज सरकार द्वारा कलक्टर की नौकरी की आफर भी स्वीकार नही करते हुए कहा कि मै अंग्रेज सरकार की नौकरी नही करूंगा। 

कार्यक्रम संयोजक तरूण वर्मा ने बताया कि नेताजी ने अखण्ड भारत के लिए प्रयास किये और बताया कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का अजमेर से सम्बंध बताया और नेताजी को भारत की आजादी का महान योद्वा बताया। भावेश भटनागर ने गीत युगो से हम भारतवासी है हम सुनाया।अध्यक्षता करते हुए तगत सिंह ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जीवन से नई पीढ़ी को शिक्षा लेने की बात कही। मीडिया प्रभारी रमेश लालवानी ने बताया कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को हुआ था। कार्यक्रम का संचालन सन्त कुमार ने किया और नेताजी के जीवन से सम्बंधित अनेक संस्मरण सुनाकर मीटिंग से जुड़े युवाओ को नई जानकारी भी प्रदान की। धन्यवाद नरेन्द्र सिंह रावत ने व्यक्त किया।

मीटिंग में लोकेश सैनी, रामस्वरूप चौधरी, अशोक सोनी, पूर्व पार्षद दुर्गा प्रसाद शर्मा, सत्यनारायण, वीपी सिंह, मोनिका शर्मा, सपना शर्मा, राहुल रावत, दिव्या, दिनेश, अनिल, दीपक सिंह, ज्योति पूनिया, मुकेश चौधरी, ओम प्रकाश, सज्जन सिंह, महिपाल, करतार सिंह, हर्षवर्धन, मूलचन्द, नरेश, संजय, नीरज, विकास खोजा, ओम प्रकाश आदि सम्मलित हुए और अपने विचार व्यक्त किये।

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