अजमेर (AJMER MUSKAN)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अजमेर की गौरी माहेश्वरी को कला के क्षेत्र में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2022 से वर्चुअली सम्मानित किया।
जिला कलेक्टर अंश दीप ने बताया कि शास्त्री नगर अजमेर निवासी 8वीं कक्षा की छात्रा गौरी माहेश्वरी ने कला के क्षेत्र में विशेष योग्यता प्राप्त की है। वे 13 वर्ष की उम्र में केलीग्राफी का शिक्षण करवाती है। यह एक उपलब्धि है। इन्होंने पूरी दुनिया में 1500 से अधिक व्यक्तियों को केलीग्राफी सिखाई है। इतनी कम उम्र में केलीग्राफी कला में उल्लेखनीय कार्य करने के कारण सोमवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2022 से वर्चुअली सम्मानित किया। यह सम्मान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदान किया। इसमें इन्हें एक लाख रूपए नगद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र एवं पदक प्रदान किए गए। गौरी माहेश्वरी के पिता गौरव माहेश्वरी एवं माता मीनाक्षी माहेश्वरी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि गत दो वर्षों के पुरस्कार एक साथ प्रदान किए गए। यह पुरस्कार भारत सरकार के महिला एवं बाल विभाग द्वारा 2018 से आरम्भ किया गया था। इसमें 6 श्रेणियों में बच्चों को पुरस्कार दिए जाते है। नवाचार, वीरता, समाजसेवा, कला एवं संस्कृति, खेल तथा क्षेत्रीय उपलब्धि के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है। पुरस्कार के लिए आवश्यक डिजटली ब्लॉग चयन तकनीक का विकास आईआईटी कानपुर के द्वारा किया गया था। पुरस्कार वितरण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनिन्दा बच्चों से वार्तालाप भी किया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इन बच्चों पर पूरे देश को गर्व है। इन्होंने असाधारण कार्य किए है। पूरे देश के 623 बच्चों को ये पुरस्कार स्र्पदा के पश्चात मिले। इस दिन राष्ट्रीय बालिका दिवस होना भी एक संयोग है। इसके साथ-साथ स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में इन पुरस्कारों को पाना जीवनभर गर्व अनुभव कराएगा।
मोदी ने कहा कि इन बच्चों के प्रति समाज की अपेक्षा बड़ी है। इन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। गुरू गोविन्द सिंह के साहिबजादों ने वीरता, धैर्य, साहस, समर्पण एवं बलिदान का अतुलनीय उदाहरण प्रस्तुत किया। इसके लिए 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। उनके बलिदान की गाथा प्रत्येक बालक को पढनी चाहिए। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के द्वारा देश को कर्तव्य की प्रेरणा दी गई। इसे चिरस्थाई रखने के लिए इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा स्थापित की गई है।
उन्होंने कहा कि देश का सार्मथ्य बढाने में युवाओं की विशेष भूमिका है। इसी कारण देश की नीतियों के केन्द्र में युवा है। विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मुखिया भारतीय युवा है। बेटियां नए क्षेत्रों में कमाल कर रही है। शिक्षा नीति में नवाचार को बढावा देने के लिए विशेष प्रावधान किए गए है। उन्होंने कहा कि हमें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत में बने हुए उत्पादों का इस्तेमाल करने का संकल्प लेना चाहिए। इससे देश का उत्पादन बढेगा तथा रोजगार में वृद्धि होगी। यही आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम होगा।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सीडीपीओ विमलेश डेटानी, जिला शिक्षा अधिकारी मुन्नी देवी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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