चलो इंसान से फ़रिश्ते बनने की
छोटी सी कोशिश कर लेते है
बेजुबान पशु-पक्षियों को अपना
बनाने का गुर हम भी सिख लेते है....
सुबह शाम पशु-पक्षी उपस्थिति से
अपनी हौसला हमारा बढ़ाते है....
आओ इनको अपनाकर कुछ पल
सुकुन के इनके संग गुजार लेते है।
आज अगर पक्षियों को मारेंगे तो,
कल संदेश पहुंचाने वाला कबूतर
कहां से हम लायेंगे .....!!
पशु-पक्षी है नील गगन के तारे प्यारे
इन पर लुटायेंगें जो स्नेह तो,हो जाएंगे
अपने वारे .......न्यारे
पशु-पक्षियों के प्रति स्नेह ना है व्यर्थ,
पशु-पक्षी करते हर विपत्ति से
पहले से ही आगाह,.........….।।
ये बेजुबान होकर भी हर लेते हैं
हमारी आने वाली हर पीड़ा ...
पशु-पक्षियों को आज बचायेगे,
तो कल हम सुनहरी प्रकृति पायेंगे
पशु-पक्षी है प्रकृति के खजाने अनमोल,
थोडा स्नेह लुटाकर हम भी बन जाये
कुबेर से खजाने..........,
आओ थोड़ा पशु पक्षियों संग हम जीते हैं
दामन अपना खुशियों के संग भर लेते हैं
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