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सिन्धी भाषी वरिष्ठ साहित्यकार हरी हिमथानी को किया नमन

सिन्धी सभ्यता, संस्कृति के विकास में संतों, महापुरुषों व साहित्यकारों का महत्वपूर्ण योगदान : आत्म प्रकाश    

अजमेर (AJMER MUSKAN)। सिन्धी सभ्यता, संस्कृति के विकास में सिन्धी समाज के संतों महापुरूषो और साहित्यकारों कलाकारों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उपरोक्त विचार सिन्धी समाज उदासी पंथ के हालाणी दरबार के सेवादारी सिन्धी संगीत समिति एवं सिन्धी शिक्षा विकास समिति के कार्यालय सचिव डॉ.आत्म प्रकाश उदासी ने पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर की ओर से आयोजित वैचारिक गोष्ठी सिन्धी सभ्यता व संस्कृति में साहित्यकारो का योगदान विषय पर उनके कार्यालय आशा गंज में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किये।

पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के महासचिव और कार्यक्रम के संयोजक रमेश लालवानी ने बताया कि डॉ.आत्म प्रकाश उदासी सिन्धी संगीत समिति, सिन्धी शिक्षा विकास समिति,पूज्य झूलेलाल मन्दिर ट्रस्ट डिग्गी चौक, हालाणी दरबार में अपनी महत्वपूर्ण सेवाऐ प्रदान करके आर्थिक रूप से कमजोर लोगो को शिक्षा हेतु शिक्षण सामग्री, चिकित्सा, खाद्य सामग्री, लाॅक डाउन में रसद सामग्री वितरण की सराहनीय सेवाऐ प्रदान की इस उपलक्ष में मोतियो की मालाएं, शाॅल, अंग वस्त्र पहनाकर और साहित्य प्रदान करके सम्मानित किया गया।                                             

अजयमेरू सेवा समिति के अध्यक्ष किशोर विधानी ने विख्यात साहित्यकार हरि हिमथानी के स्मृति दिवस पर बताया कि सिन्धी भाषा के विश्व विख्यात साहित्यकार अजमेर निवासी हरि हिमथानी का जन्म वर्तमान पाकिस्तान में 13 फरवरी 1933 में हुआ था और निधन 01 दिसम्बर 2020 को हुआ।राजावीर बाजार व्यापारिक ऐसोसिएशन के उपाध्यक्ष किशोर मंगलानी ने बताया कि हरि हिमथानी ने मूल सिन्धी अरबी सिन्धी में अनेक पुस्तके लिखी और अनेको बार विभिन्न साहित्य अकादियो की ओर से एवं सामाजिक साहित्यक संस्थाओ की ओर से सम्मानित किये गये। 


इस अवसर पर पूज्य उडेरो लाल मन्दिर आशा गंज के परम्परागत सेवादारी लेखराज ठकुर, सिन्धी संगीत समिति के पप्पू भाई बच्चानी, महेश वीजरानी, आशा गंज व्यापारिक ऐसोसिएशन के दिलीप लालवानी, अध्यक्ष मनोहर मोटवानी, कार्यकारी अध्यक्ष रमेश चेलानी ने उदासी पंथ के डॉ.आत्म प्रकाश उदासी का श्रेष्ठ सेवाओ के लिए अभिनंदन किया।

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