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प्रकृति के प्रत्येक साधन की सुरक्षा करने से ही प्रदूषण पर नियंत्रण हो सकता है : तरूण वर्मा


जल, पेड़, पौधे, नदी, पहाड़, तालाब, पशु, पक्षियों, वनो की सुरक्षा करें  

अजमेर (AJMER MUSKAN)। राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के अवसर पर सर्वधर्म के लोगो ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रकृति के साथ छेड-छाड़ करने के परिणाम हमें भुगतने की जानकारी देते हुए समस्त साधनो का संरक्षण करने की बात कही है।

अजयमेरू 84 कोसीय परिक्रमा आयोजन समिति के संरक्षक और अजयमेरू सेवा समिति के सचिव तरूण वर्मा ने बताया कि प्रदूषण को नियंत्रण करने से ही सृष्टि के जीवो की सुरक्षा सम्भव है। जन सेवा समिति और पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि भोपाल के गैस त्ऱासदी की धटना के पश्चात से 02 दिसम्बर 1984 से राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है। हम सबको चाहिये कि भोपाल त्रासदी को स्मरण करते हुए प्रदूषण नियंत्रण में अपने अपने स्तर पर सहयोग करके नियंत्रण में सहयोग करे।

हरि ओम काॅलोनी के महावीर सैन, राकेश सैन, सुरेश सोनी, ज्योति सोनी, राजावीर बाजार के उपाध्यक्ष किशोर मंगलानी और सिन्धी पंचायत के संगठन सचिव राजेश झूरानी कहा है कि हमें प्रकृति के समस्त साधनो का संरक्षण करना होगा तब ही पर्यावरण संरक्षण होगा ना कि केवल पौधारोपण करना ही पर्यावरण संरक्षण है। आल इण्डिया कौमी एकता कमेटी के अध्यक्ष बदरुद्दीन कुरैशी ने बताया कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए अनेको बार आन्दोलन किये जा चुके हैं और वर्तमान में भी जनजाग्रति के आयोजन किया गया है। अजयमेरू सेवा समिति के अध्यक्ष किशोर विधानी ने बताया कि प्रदूषण उन्मूलन और पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें प्रकृति के समस्त साधनो पहाड़ों, जल स्त्रोतो, नदीयों, पशु, पक्षियों, वनो, वन्य जीवो, पेड़ों, वायु सहित अन्य समस्त प्राकृतिक साधनो का संरक्षण करना ही पर्यावरण संरक्षण कहलाता है।

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