प्रशासन गांवों व शहरों के संग तथा चिरंजीवी शिविरों में लिए जा रहे सैम्पल
548 सैम्पल में 14 में मिली मिलावट, बड़े पैमाने पर जल्द शुरू होगी जांच
अजमेर (AJMER MUSKAN)। राज्य सरकार द्वारा “शुद्ध के लिए युद्ध“ और “निरोगी राजस्थान“ अभियान के तहत मसालों, दूध, घी, तेल एवं अन्य खाद्य पदार्थों की जांच ऑन स्पॉट की जा रही है। राज्य सरकार ने इसके लिए चिकित्सा विभाग को फूड सेफ्टी वैन उपलब्ध करवाई है। विभाग फिलहाल प्रशासन गांवों व शहरों के संग अभियान और चिरंजीवी अभियान में खाद्य सैम्पलों की जांच कर रहा है। विभाग ने 548 सैम्पल लिए इनमें से 14 को मिलावटी पाया है।
विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इन्द्रजीत सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा संयुक्त निदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें अजमेर कार्यालय को फूड सेफ्टी ऑन व्हील वैन प्राप्त हुई है। इस वाहन में घरेलू उपयोग में लिए जाने वाले मसालों, घी, तेल, दूध, आटा, नमक आदि की ऑन स्पॉट सैम्पलिंग की जा रही है। ऑन स्पॉट की जांच कर शुद्वता का परिणाम दिया जा रहा है। इससे आम नागरिक को यह पता लगता है कि वे जो खाद्य सामग्री प्रयोग में ले रहे हैं, वह ठीक है या नहीं।
उन्होंने बताया कि इस वाहन को प्रशासन शहरों की ओर, प्रशासन गांवों की ओर तथा चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों में भेजा गया जिसमें आम नागरिकों ने इस अभियान में उत्साह से भाग लेकर घरेलू उपयोग की वस्तुओं की जांच करवाई। जांच टीम द्वारा ग्यारह शिविरों में कुल 548 खाद्य पदार्थो की जांच की गई जिसमें 14 मसालों में कलर एवं एक चायपत्ती के नमूने में डस्ट पाई गयी। इसके बारे में उपभोक्ताओं को सूचित कर उपयोग में नहीं लेने को कहा गया।
उन्होंने बताया कि वाहन का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं में यह जागरूकता पैदा करना है कि वे दैनिक जीवन में खान-पान की जिन वस्तुओं का उपयोग कर रहे हैं वह वास्तव में उपयोग करने के योग्य है या नहीं। साथ ही नागरिकों को राइट टू फूड द्वारा प्रदत्त अधिकार की उपयोगिता की जानकारी दी जा रही है। ऑन स्पॉट परिणाम मिलने से तथा आम नागरिक तक इस चल प्रयोगशाला केे पहुंचने से उपभोक्ता अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होकर शुद्ध खाद्य सामग्री का उपयोग कर सकेगा।
0 टिप्पणियाँ