अजमेर (AJMER MUSKAN)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार से सम्बद्ध एनएलआर फाउण्डेशन नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को कुष्ठ रोगियों के हितार्थ कुष्ठ रोग प्रशिक्षण एवं पुनर्वास शिविर का शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के. के. सोनी के द्वारा स्वास्थ्य संकुल भवन में किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के. के. सोनी ने जिले से आये 18 कुष्ठ रोगीयों का अभिनन्दन किया। इस प्रशिक्षण एवं पुनर्वास शिविर में कुष्ठ रोगीयों को विकृति से बचने के उपाय एवं आवश्यक उपकरण यथा ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर, बैशाखी, एमसीआर चप्पल, कंबल एवं मोबाइल फोन इत्यादि का वितरण किया गया।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एस. जोधा ने बताया कि शिविर जिले में उपचार मुक्त व उपचाररत कुष्ठ रोगियों को जीने के प्रति एक आशा की किरण का काम करेगा। इससे समय पर पूर्ण ईलाज लेने की प्रेरणा मिलेगी। कुष्ठ रोग से होने वाली विकृतीयों से बचा जाकर रोगी परिवार एवं समाज में सामान्य जीवन व्यतीत कर सकेगा।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शिंदे स्वाति ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कुष्ठ रोग मुक्त विशेष योग्यजन को एक अप्रेल 2018 से 1500 रू प्रति माह पेंशन दी जा रही है। कुष्ठ रोगियों के उपचार के लिए एमडीटी की दवा रोगी की सुविधानुसार उपलब्ध करवायी जा रही है। साथ ही समय-समय पर विभिन्न स्तरों से उनका फॉलोअप भी किया जा रहा है।
इस अवसर पर एनएलआर फाउण्डेशन के क्षितिज चन्द्र, विशाल, जिला कुष्ठ रोग सुपरवाईजर आर.एस. साहू, जितेन्द्र डाबरिया, ओमप्रकाश टेपन, मुकेश खोरवाल, ललित गहरवाल, जितेन्द्र हरचन्दानी, वीबीडी कंसल्टेंट रितु सिंह ने सहयोग प्रदान किया।
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