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एडस रोग से जागरूकता और सुरक्षात्मक उपाय से बचा जा सकता है : डॉ. लक्ष्मण हरचन्दानी


श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ द्वारा विश्व एडस दिवस के अवसर पर जन जागरूकता 

अजमेर (AJMER MUSKAN)। श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के द्वारा विश्व एडस दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत पूर्व मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मण हरचन्दानी ने बताया है कि एडस के रोग से बचने के लिए सुरक्षात्मक उपाय रखते हुए जागरूकता रखने से इस रो इस रोग से बचा जा सकता है। डॉ. लक्ष्मण हरचन्दानी ने बताया है कि एडस छुआछूत का रोग नहीं है यह रोग एडस रोगी की सुई के इस्तेमाल से, रक्त लेने से और असुरक्षित यौन सम्बंधों से एडस का रोग होता है।

पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. भरत छबलानी ने बताया कि एडस रोग से बचने के लिए गिलोय का रस, काढ़ा, गेंहू के जवारे का रस, बिल पतृ का सेवन, प्रतिदिन एक घण्टा प्राणायाम, देशी गाय के घी से हवन यज्ञ करके उसके धुंऐ में प्राणायाम करना आदि से एडस के रोग से बचा जा सकता है।

श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के  महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि 1988 से विश्व एडस जागरूकता दिवस और एडस रोग से मृतको की स्मृति में उनको नमन करने के लिए एडस दिवस मनाया जाता है। इस रोग को एचआईवी जिसका पूरा नाम हयूमन इम्यूनाडेफीश्येन्सीे वायरस संक्रमित भी कहा जाता है।

महासंघ के संरक्षक संतोष बर्मन, जोधा टेकचन्दानी, बलजीत सिंह वालिया, राजेश चैऋसिया, कमलेश हेमनानी, दौलत खेमानी, गिरीश बाशानी, अनिल नानकानी, किशोर मंगलानी, किशन सिंह राव, सरदार दिलीप सिंह, हाजी इफतेकार,घनश्याम पंचौली, रणवीर सैनी, कन्हैया लाल बंजारा, दिनेश यादव, अश्वनी शास्त्री, दिलीप सामनानी, बदरुद्दीन कुरैशी, होतचन्द सीरनानी सहित अन्य ने एडस रोग से बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपाय अपनाने की सबसे अपील की है। महासंघ के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि कोई भी नागरिक अपनी इस रोग से सम्बंधित समस्या के लिए पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण हरचन्दानी से जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय अजमेर के एआरटी सेनटर पर चिकित्सालय समय में समपर्क करके रोग से बचाव के सम्बंध में निशुल्क जानकारी प्राप्त कर सकता है। डॉ. भरत छबलानी से भी उनके वैशाली स्थित निवास से निःशुल्क जानकारी प्राप्त की जा सकती है।  

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