संविधान दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन
अजमेर (AJMER MUSKAN)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजमेर एवं विधि विभाग, भगवंत विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को संविधान दिवस पर भगवन्त विश्वविद्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिला एवं सेशन न्यायाधीश मदन लाल भाटी ने संविधान दिवस के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। नागरिकों को संविधान के प्रति निष्ठा रखने व कानून का पालन करने की सलाह दी। आर्टिकल 20 व 21 तो संविधान की जान है। जनता के हाथों में शक्ति है उसके पीछे संविधान है। संविधान से हम सभी शासित होते हैं। जीवन के मूलभूत अधिकारों को भी प्राप्त करते हैं। उन्होने कहा कि आंतरिक और बाहरी स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हमें हृदय में संजोये रखना होगा। जिन आदर्शों की प्रेरणा से भारत का स्वाधीनता संग्राम हुआ था हमें उन्हें निरन्तर स्मरण करते रहना होगा। स्वतंत्रता वीरों के आदर्शों को अपनाकर अनुसरण करना चाहिए।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजमेर के सचिव रामपाल जाट द्वारा अपने सम्बोधन में भारतीय संविधान की प्रस्तावना का विस्तृत रूप से वर्णन किया गया। उन्होंने मौलिक कर्तव्यों का पालन करने पर विशेष बल दिया। भारत में संविधान दिवस मनाये जाने की परम्परा सर्वप्रथम सन् 1979 में प्रारम्भ हुई। क्योंकि सन् 1949 में इसी दिन 26 नवम्बर को हमारे संविधान को स्वीकार किया गया था। इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। किसी भी राष्ट्र का निर्माण उसके नागरिक ही करते हैं। राष्ट्र को निरन्तर नई ऊँचाईयों पर लेकर जाने की जिम्मेदारी देश के नागरिकों पर है। भारतवर्ष की सर्वशक्ति भारत के नागरिकों में निहित है। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था, न्याय एवं आजादी को बनाये रखने की जिम्मेदारी हम सभी नागरिकों पर है। अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहकर देश को विश्व में सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक सांमजस्य कर एक उत्कृष्ट राष्ट्र बना सकते है। मातृभूमि के प्रति कर्तव्यों के प्रति जागरूकता अति आवश्यक है। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में विधि छात्राओं सुश्री चांदनी कुमारी, अंजलि गुप्ता, मानसी एवं भिन्नता ने अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शालिनी गोयल एवं अन्य न्यायिक अधिकारीगण, भगवंत विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सी.एम. राजोरिया एवं अधिष्ठाता डॉ. राजीव सिंह, चेयरमैन डॉ. अनिल सिंह, वाईस चेयरपर्सन डॉ. आशा सिंह, डॉ पूर्णिमा श्रीवास्तव, कोमल अलवानी एवं सहायक निदेशक उपस्थित रहे।
जिला निर्वाचन कार्यालय में हुआ संविधान दिवस का आयोजन
जिला निर्वाचन कार्यालय में मतदाता जागरूकता फोरम के माध्यम से संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा कि लोकतन्त्र को विश्व की सबसे अच्छी शासन प्रणाली के रूप में जाना जाता है। इसी कारण हमारे देश के संविधान निर्माताओं ने लोकतांत्रिक व्यवस्था का चयन किया। मतदाता शिक्षा, लोकतांत्रिक विकास की प्रक्रिया का मुख्य सोपान है। मतदाता शिक्षा एवं मतदान जागरूकता के लिए निरन्तर प्रयास करने चाहिए। इस अवसर पर नायब तहसीलदार दिप्ती देव ने संविधान की उद्देशिका का पठन किया और शपथ दिलाई। मतदाता साक्षरता क्लब प्रभारी डॉ. हरीश बेरी ने संविधान निर्माण में डा. भीमराव अंबेडकर के योगदान एवं संविधान निर्माण के विभिन्न चरणों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
संविधान दिवस पर हुआ निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन
सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर में शुक्रवार को संविधान दिवस के अवसर पर डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन (अंबेडकर पीठ) द्वारा राज्य एवं जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसका विषय डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं भारतीय अर्थव्यवस्था था। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. मंजुला मिश्रा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया। संयोजक एवं स्वीप प्रभारी डॉ. रीना व्यास ने सभी प्रतिभागियों को भारत के संविधान की उद्देशिका की शपथ दिलाई। समिति सदस्य डॉ. रश्मि भार्गव, डॉ. निधि यादव एवं श्रीमती पूनम मैनी के द्वारा प्रतियोगिता संपन्न कराई गई।
दरगाह कमेटी में मनाया गया संविधान दिवस
दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब द्वारा संविधान दिवस मनाय गया। महफिल खाने में आयोजित कार्यक्रम में उपाध्यक्ष मुनव्वर खान, नाजिम अशफाक हुसैन द्वारा भारतीय संविधान की महत्ता और उसकी प्रमुखता के बारे में बताया गया। इस अवसर पर दरगाह कर्मचारीयों ने संविधान पर की शपथ ली।
0 टिप्पणियाँ