माता ज्ञान ज्योति उदासीन का तीन दिवसीय निर्वाण तिथि महोत्सव
अजमेर (AJMER MUSKAN)। संत साध्वी माता गीता ज्योति ने अपने सत्संग प्रवचनो के दौरान गुरूवार को किशन गुरनानी मौहल्ला देहली गेट के बाहर स्थित माता ज्ञान ज्योति उदासीन वेदान्त आश्रम में आश्रम की ब्रम्हलीन माता ज्ञान ज्योति के 24 वें निर्वाण तिथि महोत्सव के द्वितीय दिन कहा कि परमात्मा को प्राप्त करने के लिए समस्त आश्रमो में गृहस्था आश्रम सबसे उत्तम आश्रम होता है।
आश्रम के उपाध्यक्ष एवं पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि जिस प्रकार शरीर को चलाने के लिए और उसके लिए भोजन आवश्यक होता हैं ठीक उसी प्रकार आत्मा के लिए सत्संग प्रवचन और परमात्मा का स्मरण अत आवश्यक होता है।संसार में रहकर भी संसार की वस्तुओ को परमात्मा की अमानत समझते हुए प्रयोग करना चाहिये। प्रेम प्रकाश मंडल वैशाली नगर स्वामी बसंत राम सेवा ट्रस्ट के हाशू भाई ओर संत कलां निरंजन धाम की लाजवन्ती जयसिंघानी ने गुरू की महिमा में भजन सुनायें। श्री अखिल भारतीय वेदज्ञनत प्रचार मण्डल के अध्यक्ष मेवाराम ने वेदानत पर आधारित सत्संग प्रवचनो से परमात्मा की प्राप्ति का मार्ग बताया।
रमेश लालवानी ने बताया कि शुक्रवार को तीन दिवसीय आयोजन के अन्तिम दिवस पर सुबह 9 बजे से 12 बजे तक गुरूग्रंथ साहिब के पाठ का भोग, कन्या भोज, ब्राह्मण भोज और आम भण्डारे का आयोजन होगा। पार्षद सुभाष जाटव अतिथि के रूप में उपस्थित थे। आश्रम की ओर से महेश वरलानी, कन्हैया लाल गंगवानी, दिल्ली निवासी दिलीप, कन्हैया भाई कान्हा, गांघीघाम निवासी लक्ष्मण दास, ईशां, रमेश लालवानी एवं अन्य द्वारा सेवाऐ प्रदान की गई।
0 टिप्पणियाँ