चिकित्सा मंत्री ने किया ‘मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य‘ शिविरों का शुभारंभ
अजमेर (AJMER MUSKAN)। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश का आमजन स्वस्थ रहेगा तो ही राजस्थान विकास के नए आयाम स्थापित कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का प्रदेश की आमोआवाम को निरोगी व स्वस्थ रखने का संकल्प स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से साकार हो रहा है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों से स्वास्थ्य शिविरों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार कर जरूरतमंदों को स्वास्थ्य शिविरों से जोड़ने का आव्हान किया।
डॉ. शर्मा रविवार को प्रदेश में प्रारंभ हुए ‘मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य‘ शिविरों के शुभारंभ के अवसर पर वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उदयपुर, अजमेर, बारां, जोधपुर, भरतपुर, बांसवाड़ा जिलों की विभिन्न ग्राम पंचायतों के शिविरों में आए लाभार्थियों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश की विषम भौगोलिक संरचना के चलते घर-घर तक चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाना बेहद चुनौती भरा है। आमजन को निरोगी और स्वस्थ बनाए रखने के लिए ही प्रदेश में 12 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायत और पंचायत समिति स्तर पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए कहा कि पं. नेहरू आधुनिक भारत के निर्माता थे। उनकी जन्मतिथि पर ऎसे शिविरों का आयोजन उनके प्रति सच्ची श्रृद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि इन शिविरों में 30 वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाएगी, ताकि समय रहते उच्च रक्तचाप, मधुमेह सहित कई बीमारियों का अर्ली डिटेक्शन संभव हो। उन्होंने कहा कि आमजन इन शिविरों का अधिक से अधिक लाभ उठाकर ‘निरोगी राजस्थान‘ की मुहीम को मजबूत कर सकता है।
किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए राजस्थान है तैयार
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश कोरोना प्रबंधन से लेकर वैक्सीनेशन तक हर क्षेत्र में अव्वल रहा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए भी चिकित्सकीय आधारभूत ढांचे को निरंतर गति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों के अस्पतालों में लगातार नीकू, पीकू, आईसीयू के बैड्स की संख्या बढ़ाई जा रही है। वहीं मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन कंसट्रेटर्स और ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट्स के जरिए आगामी दिनों में 1 हजार मेट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकेगा।
शिविरों की सफलता के लिए हो सघन मॉनिटरिंग
चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि बेहर चिकित्सा सुविधाओं को आमजन की पहुंच तक ले जाने के उद्देश्य से ही इन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को इन शिविरों का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से 14 नवंबर से 31 मार्च तक चलने वाले इन शिविरों की सघन मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।
टेली कंसलटेंसी के जरिए मिलेगी बीमारियों से राहत
स्वास्थ्य सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि इन शिविरों के के माध्यम से बाल रोग, स्त्रीरोग, नेत्र रोग, दंत रोग, आयुष विशेषज्ञों की उपचार-जांच सेवाओं के अतिरिक्त 48 तरह की खून की जांच, टीबी,लीवर संबंधी रोग, पेट संबंधी, गुर्दा, मलेरिया, ईसीजी, कॉमन कैंसर, प्रसवपूर्व जांचे,सिलीकोसिस व कुष्ठ रोगों इत्यादि गंभीर रोगों की जांच सुविधा भी ग्राम पंचायत स्तर पर ही उपलब्ध करवायी जायेगी। शिविर में इंटरनेट के माध्यम से ई-टेली कंसलटेंसी के जरिए सुपर स्पेशलिटी व स्पेशलिस्टों की ऑनलाईन कंसलटेंसी सेवा के लिएजोड़ा जा रहा है। इसके लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल के पांच सुपर स्पेशलिस्ट एवं स्वास्थ्य भवन से 10 विशेषज्ञ चिकित्सक की सेवाएं टेली कंसलटेंसी के लिए पूरी अभियान अवधि के लिए उपलब्ध रहेंगी।
शुभारंभ कार्यक्रम में प्रदेश भर के जनप्रतिनिधिगण आमंत्रित रहे। स्वास्थ्य निदेशालय से मिशन निदेशक सुधीर कुमार शर्मा, निदेशक आईईसी व अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम मेघराज सिंह रत्नू, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. के.के.शर्मा, अतिरिक्त निदेशक डॉ. सुशील परमार, डॉ. रवि प्रकाश शर्मा सहित समस्त स्टेट नोडल ऑफिसर व चिकित्सा विभाग के समस्त संयुक्त संभाग निदेशक, सीएमएचओ, बीसीएमओ एवं अन्य चिकित्साअधिकारीगण मौजूद रहे।
0 टिप्पणियाँ