Ticker

6/recent/ticker-posts

अजमेर डेयरी की आम सभा 21 को


दुग्ध समितियों को डिजीटलीकृत करने का कार्य होगा आरंभ

अजमेर (AJMER MUSKAN)। अजमेर डेयरी की आम सभा आगामी 21 नवम्बर को जवाहर रंगमंच में आयोजित होगी। इसके तुरन्त पश्चात जिले की समस्त दुग्ध समितियों का डिजीटलीकरण का कार्य किया जाएगा।

अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने बुधवार को मीडियाकर्मियों के साथ वार्ता में कहा कि अजमेर डेयरी की आमसभा आगामी 21 नवम्बर को जवाहर रंगमंच में आयोजित होगी। इसमें वित्तीय वर्ष 2019-20 तथा 2020-21 के कार्यों पर चर्चा की जाएगी। जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के माध्यम से सदस्यों का बोनस का अनुमोदन किया जाएगा। अजमेर डेयरी की योजना जिले की समस्त दुग्ध समितियों का डिजीटलीकरण करने की है। आगामी 22 नवम्बर को इसका प्रथम चरण संपादित होगा। इसमें 300 समितियों का डिजटलीकरण किया जाएगा। इसी वित्तीय वर्ष में जिले की समस्त 800 से अधिक समितियों का डिजटलीकरण पूर्ण हो जाएगा। इस कार्य से पशुपालकों को दूध, फेट तथा राशि की जानकारी तुरन्त एसएमएस के माध्यम से मिलेगी। इसी प्रकार पशुपालकों को दूध की राशि समिति के माध्यम से देने के स्थान पर सीधे बैंक खाते में जमा कराने की कार्य योजना अंतिम चरण में है।

उन्होंने कहा कि अजमेर डेयरी पशुपालकों एवं उपभोक्ताओं के हितों का ध्यान रखती है। इसी कारण पशुपालकों को पूरी राशि एवं उपभोक्ताओं को न्यूनतम मूल्य पर दुग्ध उत्पाद प्रदान किए जा रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में डेयरी द्वारा दुग्ध उत्पादों के मूल्य में बढोतरी नहीं की जाएगी। पशुपालकों का नए प्लांट से जुडाव सुनिश्चित करने के लिए उन्हें प्लांट विजिट कराने की योजना है। इसके अंतर्गत 22 नवम्बर के पश्चात 50-50 के समूहों में विभिन्न दुग्ध समितियों के पशुपालकों को प्लांट का अवलोकन कराया जाएगा। साथ ही पशुपालन की नवीन तकनीकों का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार को सेग्रीगेटेड सीमन की दरें वेरीफाई करनी चाहिए। महाराष्ट्र में इसके लिए विशेष योजना बनाई है। इससे पशुपालक को मात्र 70 रूपए में मादा पशु ही पैदा होने वाले सीमन को उपलब्ध कराया जाता है। सरकार द्वारा इसे अपनाने से पशुपालकों को लाभ होगा। वर्तमान में डेयरी द्वारा 3 लाख लीटर दूध प्रतिदिन इक्टठा किया जा रहा है। इसे बढ़ाकर 5 से 6 लाख लीटर दूध प्रतिदिन किया जाएगा। इसके साथ-साथ पाली, जोधपुर, नागौर, बीकानेर एवं टोंक जिलों का अतिरिक्त दूध भी आने से प्लांट अपनी 8 लाख लीटर प्रतिदिन की पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करना आरम्भ कर देगा।

अजमेर डेयरी के प्रबंधक उमेश चन्द्र व्यास ने कहा कि अजमेर डेयरी का नेटवर्क जिले की 325 में से 292 ग्राम पंचायतों तक है। दुर्गम स्थलों को भी अजमेर डेयरी से जोड़ने के लिए वहां के निवासियों को पशुपालन के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिले के सम्पूर्ण पशुपालकों को लाभान्वित करने की दिशा में अजमेर डेयरी कटीबद्ध है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ