राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में उपचार के लिए मित्तल हॉस्पिटल से अनुबंध का हुआ नवीनीकरण
आउटडोर में आरजीएचएस के तहत कैशलेस सुविधा भी जल्दी ही होगी आरम्भ
अजमेर (AJMER MUSKAN)। राज्य कर्मचारी, पेंशनर्स और उनके परिवारजन को अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर से राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) के तहत कैशलेस उपचार मिलता रहेगा। आउटडोर में आरजीएचएस के तहत कैशलेस सुविधा भी जल्द ही मिलने लगेगी।
राज्य सरकार ने राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके परिवारजन के उपचार के लिए मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर के अनुबंध का नवीनीकरण कर दिया है। पूर्व में राज्य सरकार की ओर से 5 वर्ष के लिए किया गया अनुबंध 5 अक्टूबर 2021 तक का ही था। अब अनुबंध का नवीनीकरण होने पर अगले पांच साल तक राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके परिवारजनों को मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की चिकित्सा सुविधा और सेवाओं का लाभ कैशलेस रूप में मिलता रहेगा।
राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना(आरजीएचएस) परियोजना निदेशक शिप्रा विक्रम ने बताया कि राजस्थान सरकार की मंशा प्रदेश के सेवारत कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कार्मिकों एवं उनके आश्रितों को गुणवत्ता पूर्ण कैशलेस (नकद रहित) स्वास्थ्य सेवाएं बिना किसी परेशानी मुहैया कराने की है। उन्होंने कहा कि कार्मिक चाहे 2004 के पूर्व से सेवारत हैं अथवा 2004 के बाद से उन्हें स्वयं को आरजीएचएस में शीघ्र रजिस्टर्ड कराकर परिवार को स्वास्थ्य सेवाओं से रक्षित होना चाहिए। उन्होंने बताया कि आरजीएचएस के तहत कैशलेस ओपीडी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ शीघ्र ही राज्य कर्मचारियों को मिलने लगेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 5 हजार से अधिक कार्मिकों को भर्ती रोगी के रूप में इस योजना का लाभ मिल भी चुका है। कार्मिक चाहे वह 1 जनवरी 2004 के पूर्व से सेवारत है अथवा 2004 के बाद से उन्हें चाहिए कि अविलम्ब स्वयं को आरजीएचएस में रजिस्टर्ड कराएं।
शिप्रा विक्रम ने बताया कि ओपीडी स्तर पर कैशलेस व्यवस्था एक अक्टूबर से शुरू होने थी। इस योजना में आरजीएचएस लाभार्थी को स्वयं ओपीडी पर्ची एप पर अपलोड करनी होगी । इस योजना का लाभ पेंशनर्स की कई परेशानी भी दूर करेगा। उन्हें उपभोक्ता भण्डार के चक्कर नहीं लगाने होंगे। ना ही एन ओ सी का झंझट होगा। वे किसी भी रजिस्टर्ड अधिकृत मेडिकल स्टोर से घर बैठे दवाएं मंगवा सकेंगे। मेडिकल स्टोर चार घंटे में उन तक दवाएं पहुंचाएंगे।
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