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इससे पहले की देर हो जाए दिल के लिए कुछ रचनात्मक करें : डॉ राहुल गुप्ता


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
विश्व हृदय दिवस के अवसर पर मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ राहुल गुप्ता ने कहा कि भारतीय उच्च वसा वाले आहार  हृदय रोगों के लिए जोखिम को बढ़ा रहे हैं। डॉ राहुल गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि आज की तनावपूर्ण जीवन शैली में, यह महत्वपूर्ण हो गया है कि हम में से प्रत्येक अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए कुछ रचनात्मक कदम उठाए, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, खासकर जब  रोकथाम आसान है और हृदय संबंधी जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि हृदय रोग अब भारत में मृत्यु दर का प्रमुख कारण बन गया हैं। वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन द्वारा बनाया गया, वर्ल्ड हार्ट डे दुनिया भर के लोगों को सूचित करता है कि हृदय रोग और स्ट्रोक सहित सीवीडी, दुनिया में हर साल 18.6 मिलियन लोगों की मौत का प्रमुख कारण है, और उन कार्यों पर प्रकाश डालता है जो व्यक्ति इसे रोकने और नियंत्रित करने के लिए कर सकते हैं।  वास्तव में हृदय रोग भारतीयों को कम उम्र में ही घेर लेता है,  भारतीय महिलाओं में हृदय रोग अब आम है, जो आम धारणा के विपरीत है कि महिलाओं में हृदय रोग का जोखिम कम होता है।

उन्होंने बताया कि हृदय रोग होने की संभावना को कम करने के लिए सर्व प्रथम अपने रक्तचाप को नियंत्रित करें। अपने कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को नियंत्रण में रखें। तनाव मुक्त रहे। स्वस्थ आहार लें। नियमित व्यायाम करें। शराब सेवन सीमित करें। धूम्रपान न करें।

’डॉ राहुल गुप्ता ने वर्ल्ड हार्ट डे पर मीडिया से बात करते हुए  हृदय रोगों से जुड़े कुछ मिथकों को दूर करते हुए कहा कि यह एक मिथक है कि कार्डियोवैस्कुलर बीमारी ज्यादातर पुरुषों को प्रभावित करती है। वास्तव में, हृदय रोग हर साल 3 में से 1 महिला की मौत का कारण है। उन्होंने सभी भारतीय महिलाओं से  आग्रह किया कि जब वे आदर्श पत्नियां और मां हैं, तो अपनी दैनिक दौड़ भाग के जीवन  में कम से कम एक पल अपने लिए निकालें और अपने दिल की सुनें। आखिर पूरे परिवार का स्वास्थ्य उन्हीं पर निर्भर है। यह महत्वपूर्ण है कि वे पर्याप्त रूप से स्वस्थ रहें ताकि  अपने परिवार के सदस्यों की देखभाल कर सकें।

हार्ट अटैक की बीमारी से बचा जा सकता है.....................

डॉ राहुल गुप्ता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जोखिम वाले कारकों की उपस्थिति विशेष रूप से उच्च रक्तचाप, मधुमेह और मोटापे से हृदय रोग का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि ये जोखिम कारक संशोधित हैं और इन्हें नियंत्रण में रखा जा सकता है। जीवन में कुछ छोटे बदलाव करें। वास्तव में, हमारे लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि स्वस्थ हृदय स्वस्थ जीवन की कुंजी है।

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