अजमेर (AJMER MUSKAN)। पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के उपाध्यक्ष और अजयमेरू सेवा समिति के अध्यक्ष किशोर विधानी की अध्यक्षता में बाब हरदयाल दरबार में कमला केसवानी की स्मृति में वैचारिक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे बाबा हरदयाल दरबार के महंत अशोक गाफिल ने बताया कि संत महात्मा के अपने आसन गद्दी पर विराजमान होने के पश्चात मुखारविन्द से निकली वाणी सत्यता की ओर जाती है।
महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि महापुरूषों-संतों की स्मृति को निरन्तर कायम रखने से ही अपनी संस्कृति की पहचान होती है।बाबा हरदयाल दरबार ठठेरा चौक के पूज्य झेललाल साहिब के बहिराणे की सवारी के अम्मा जुम्मे वारी दरबार के भगत नारी भोजवानी ने कमला केसवानी के गीतो को आज भी शादी समारोह में गाये जाने की जानकारी प्रदान की।
पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के संगठन सचिव राजेश झूरानी ने बताया कि आज भी पाकिस्तान के अनेक भागो में शुद्व सिन्धी भाषा का प्रयोग किया जता है। अजयमेरू सेवा समिति के अध्यक्ष किशोर विधानी ने बताया कि सिन्धी पंचायत अजमेर द्वारा परम्परागत त्यौहार मनाये जाने के क्रम में बाबा विख्यात गायिका कमला केसवानी की स्मृति कार्यक्रम अत्यन्त सराहनीय कदम है। पूज्य झूलेलाल साहिब मन्दिर डिग्गी चौक के पुरोति रमेश चन्द्र दीपक कुमार दाधीच ने पूजन समपन्न करवाया गया। महंत अशोक गाफिल के सान्निध्य में गुरू ग्रंथ साहिब में साहिब का पाठ, अरदास, नित-नेम आसा की वार और सुखमणी साहिब के पाठ के कार्यक्रम के अवसर पर कमला केसवानी को नमन किया गया। झूलेलाल साहिब के चालीहा उत्सव में विशेष सेवाऐ प्रदान करने वालो को महंत अशोक गाफिल के कर कमालों द्वारा सम्मानित किया गया। पल्लव प्रार्थना के पश्चात कार्यक्रम का समापन किया गया।
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