अजमेर (AJMER MUSKAN)। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष और रीट के मुख्य समन्वयक डाॅ. डी.पी. जारोली ने कहा है कि राजस्थान बोर्ड द्वारा राज्य के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा-रीट 26 सितंबर को आयोजित की जा रही है। इसके लिए पूरे राज्य में लगभग 4100 परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। इस परीक्षा में रिकाॅर्ड लगभग 26 लाख अभ्यर्थी दोनों पारियों में परीक्षा देंगे। उन्होंनें कहा कि रीट परीक्षा का सफल आयोजन इससे जुड़ी एजेन्सियों-जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और शिक्षा विभाग में बेहतर तालमेल और समन्वय से ही संभव है। पिछले कुछ समय से भर्ती करने वाली एजेन्सियों के समक्ष इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के अवांछनीय उपयोग और पेशेवर नकल गिरोह ने एक चुनौती खड़ी कर दी है, परन्तु बोर्ड ने इन चुनौतियों से पार पाने के लिए हर संभव उपाय किये है। इसके लिए परीक्षा केन्द्रों पर सी.सी.टी.वी. कैमरा, जैमर और विडियोग्राफी की भी व्यवस्था की जा रही है। किसी भी चुनौती से निपटने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है। बोर्ड द्वारा की गई आन्तरिक व्यवस्था के तहत् चिह्नित संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर अतिरिक्त विशेष सुरक्षात्मक उपाय अपनाये जा रहे है।
डाॅ. जारोली शनिवार को रीट कार्यालय में राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला रीट बोर्ड प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र आउट होने जैसी विकराल समस्या से निपटने के लिए विशेष सुरक्षात्मक उपाय किये गये है जिसके तहत् प्रश्न पत्रों पर विशेष बार कोडिग और सीरियल नम्बर लगाये गये है। परीक्षा में केाई भी ’’मुन्ना भाई‘‘ किसी भी प्रकार की अवांछित सेंध न लगा सके इसके लिए व्यवस्थाओं को पुख्ता और चाक-चौबन्द किया गया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कमियों को अपने स्तर पर समायोजित कर परीक्षा आयोजित करना सबसे बडी चुनौती है, जिसे उन्हें स्वीकार करना है। इस परीक्षा के राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चाधिकार प्राप्त परीक्षा समिति ने निर्णय लिया है रीट परीक्षा में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों को तत्काल निलम्बित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा प्रारम्भ होने से एक घण्टा पूर्व पहुंचना होगा। द्वितीय स्तर की परीक्षा प्रातः 10.00 बजे और प्रथम स्तर की परीक्षा दोपहर 2.30 बजे प्रारम्भ होगी। परीक्षार्थी को द्वितीय स्तर की परीक्षा प्रारम्भ होने से आधे घण्टे पूर्व अर्थात् 9.30 बजे और प्रथम स्तर की परीक्षा प्रारम्भ होने से आधे घण्टे पूर्व 2.00 बजे तक परीक्षा केन्द्र पर पहुंचना आवश्यक होगा। इसके पश्चात् परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश नही दिया जायेगा। परीक्षार्थी को प्रवेश पत्र, बाॅल पेन, मान्य पहचान पत्र एवं इसकी स्वप्रमाणित फोटोप्रति के अतिरिक्त परीक्षा कक्ष में कुछ भी नही ले जा सकेंगे। परीक्षा कक्ष में मोबाइल, ब्लूटूथ या अन्य कोई इलेक्ट्रोनिक उपकरण लाना निषेध रहेगा। परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष में घड़ी, चैन, अंगूठी, कान के टाॅप्स, लाॅकेट व अन्य आभूषण पहनकर नहीं आ सकेगे तथा पर्स, हैण्डबैग अथवा डायरी इत्यादि अपने साथ नहीं ले जा सकेंगे। जिला प्रशासन के स्तर पर प्रत्येक चार परीक्षा केन्द्रों पर न्यूनतम एक उड़नदस्ता तैनात किया जा रहा है। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर एक आन्तरिक उड़नदस्ता भी कार्य करेगा। जिला स्तर पर जिला परीक्षा संचालन समिति द्वारा और राजस्थान बोर्ड के स्तर पर भी विशेष उड़नदस्ते गठित किये जा रहे है जो नकल एवं अनुचित साधनों पर पूर्णतयः अंकुश लगायेंगे।
रीट के समन्वयक और बोर्ड के सचिव अरविन्द कुमार सेंगवा ने बताया कि जिला स्तर पर सबसे अधिक 597 परीक्षा केन्द्र जयपुर में बनाये गये है और सबसे कम परीक्षा केन्द्र मात्र 17 जैसममेर में है। प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों से 2 लाख से भी अधिक परीक्षार्थियों ने रीट परीक्षा के लिए आवेदन किया है। राजस्थान बोर्ड ने राजस्थान रोडवेज और उत्तर-पश्चिम रेलवे से रीट परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों के यात्रीभार को दृष्टिगत रखते हुए विशेष व्यवस्थाओं का आग्रह किया है। परीक्षार्थियों की समस्याओं के त्वरित निवारण के लिए रीट कार्यालय में 20 से 27 सितम्बर तक कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है। इसी प्रकार जिला कलक्टर कार्यालय और एसडीएम कार्यालय में भी रीट परीक्षाओं के लिए 25 और 26 सितम्बर को कन्ट्रोल रूम स्थापित किये जायेंगे। बैठक को रीट के अतिरिक्त समन्वयक डाॅ मदन लोरी और बोर्ड की वित्तीय सलाहकार रश्मि बिस्सा ने भी सम्बोधित किया।
0 टिप्पणियाँ