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जनगणना-2021 : जनगणना निदेशक ने ली समीक्षा बैठक


जन्म एवं मृत्यु के शत प्रतिशत पंजीयन के दिए निर्देश

अजमेर (AJMER MUSKAN)। जनगणना कार्य निदेशालय के निदेशक श्री विष्णु चरण मल्लिक ने जनगणना 2021 के संबन्ध में समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में जन्म एवं मृत्यु के शत-प्रतिशत पंजीयन करने के निर्देश दिए गए।

जनगणना कार्य निदेशालय के निदेशक विष्णु चरण मल्लिक ने गुरूवार को कलक्ट्रेट सभागार में जन्म-मृत्यु पंजीयन अधिनियम, न्यादर्श पंजीयन प्रणाली तथा आगामी जनगणना के कार्यों की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक ली। निदेशालय के उपनिदेशक अविनाश शर्मा ने जनगणना की कार्य प्रणाली के बारे में बताया। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद्र शर्मा ने जिले की प्रगति से अवगत कराया। बैठक के पश्चात श्री मल्लिक ने नगर निगम स्थित जन्म-मृत्यु एवं विवाह पंजीयन शाखा का निरीक्षण किया। पंजीयन के संबंध में कार्मिकों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।

मल्लिक ने कहा कि जिले में होने वाली समस्त जन्म एवं मृत्यु का शत प्रतिशत पंजीयन किया जाना आवश्यक है। संस्थागत प्रसव एवं चिकित्सालयों में हुई मृत्यु का पंजीयन उसी समय संबंधित पोर्टल पर किया जाए। इस संबंध में समस्त स्तरों पर मॉनिटरिंग की जाए। चिकित्सालयों को इस कार्य के लिए पाबंद करने के साथ-साथ नियमित जांच भी की जाए। जन्म एवं मृत्यु किसी चिकित्सालय में होने पर संबंधित व्यक्तियों को तत्काल प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाना चाहिए। इस संबंध में आमजन को जागरूक होकर प्रमाण पत्र की मांग करनी चाहिए। संबंधित संस्थान के द्वारा निर्धारित कार्य दिवसों से पूर्व ही प्रमाण पत्र जारी करवाने के लिए प्रेरित किया जाए। जनगणना से संबंधित सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस), सैम्पल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस), चिकित्सा विभाग के पीसीटीएस पोर्टल तथा सांख्यिकी विभाग के पहचान पोर्टल पर दर्ज आंकड़े समान होने चाहिए।

उन्होंने कहा कि जन्म एवं मृत्यु का पंजीकरण प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। इसके लिए सरकार द्वारा पोर्टल, वेबसाईट एवं मोबाईल एप बनाई गई है। जन्म-मृत्यु पंजीकरण से सम्बंधित संस्थानों एवं कार्यालयों को इनके उपयोग के लिए आईडी और पासवर्ड जारी किए गए है। उत्तरदायी अधिकारी को इन पर तत्काल प्रभाव से सीधी देख-रेख में पंजीयन करना चाहिए। जिले के समस्त जन्म एवं मृत्यु के प्रमाण पत्र समय पर जारी होने से आंकड़े अपडेट रहेंगे। इससे भविष्य में दसवर्षीय जनगणना कराने के स्थान पर अद्यतन डाटा दैनिक स्तर पर मिल पाएंगे।

उन्होंने कहा कि जनगणना 2021 के लिए आवश्यक तैयरियां पूर्ण कर ली जाए। पूर्व में जनगणना ब्लॉक बनाए गए थे। इसके पश्चात विभिन्न वार्डों का पुनर्गठन सरकार द्वारा किया गया है। इस कारण कई जनगणना ब्लॉकों के क्षेत्र में परिवर्तन हुआ है। जनगणना ब्लॉक के चार्ज अधिकारी द्वारा इन ब्लॉकों के क्षेत्र में संशोधन किया जाएगा। संशोधन के समय जनगणना ब्लॉक के क्षेत्र की सुस्पष्ट जानकारी तैयार की जाएगी। ब्लॉक के सीमा बिन्दुओं को मोबाईल एप के माध्यम से कैप्चर करने का प्रस्ताव है। इसका उद्देश्य वास्तविक जनगणना के समय मकान सुचिकरण ब्लॉक के गठन का कार्य त्रुटिरहित करना है।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक हेमंत स्वरूप माथुर, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक फूलचंद कुमावत, जन्म-मृत्यु पंजीयन प्रभारी यज्ञेश मिश्रा, जनगणना अधिकारी अनिल कुमार शर्मा एवं सांख्यिकी निरीक्षक डॉ. कृष्णगोपाल सिंह शेखावत, स्वास्थ्य विभाग के श्री सुखपाल चौधरी, नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी रूपाराम चौधरी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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