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विद्युत विशेषज्ञों की टास्क फोर्स गठित, राजस्थान से अजमेर डिस्कॉम को किया शामिल


पावर सप्लाई में अब आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस और बिग डाटा की एन्ट्री

अजमेर (AJMER MUSKAN)। विद्युत सुधारों के लिए अग्रणी अजमेर विद्युत वितरण निगम अब पावर सप्लाई में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस और बिग डाटा के उपयोग की दिशा में भी काम करेगा। केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा विद्युत सुधारों के लिए गठित राष्ट्रीय टास्क फोर्स में राजस्थान ने अजमेर विद्युत वितरण को शामिल किया गा है। टास्क फोर्स की पहली बैठक 13 अगस्त को आयोजित की गई।

प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी ने बताया कि ऊर्जा विभाग ने बिजली के क्षेत्र में र्आटिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन र्लनिंग, बिग डेटा एवं ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी को विकसित करने के लिए राष्ट्रीय टास्क फोर्स गठित की है। इसमें र्आटिफिशियल इंटेलीजेंस, बिग डेटा एनालिसिस एवं ब्लॉक चैन तकनीक के उपयोग के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक कॉमन फ्रेमवर्क विकसित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पूरे देश मे स्मार्ट विद्युत मीटर स्थापित करने का व्यापक प्रोजेक्ट आगामी 3 वर्षो में पूर्ण किया जाना है। इसके अलावा नवीन सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग ऊर्जा के क्षेत्र में समयबद्ध लागू किया जाएगा ताकि ऊर्जा अंकेक्षण का कार्य भी पूर्ण पारदर्शी तरीके से संपादित किया जा सके। यह टास्क फोर्स अपनी रिपोर्ट 30 दिन के भीतर ऊर्जा मंत्रालय को सौपेंगी।

उल्लेखनीय है कि अजमेर डिस्कॉम ने नवाचारों से अपनी अलग पहचान बनाई है। डिस्कॉम ने वर्ष 2020-21 में छीजत को 13.73 प्रतिशत पर सीमित किया है। राजस्व अर्जन में भी अजमेर डिस्कॉम ने शानदार कार्य करते हुए कोरोना के बावजूद 100 प्रतिशत राजस्व की प्राप्ति की है। अजमेर डिस्कॉम ने पिछले दो सालों में बिजली छीजत कम करने और राजस्व वृद्धि के क्षेत्र में अच्छा काम किया गया है। बिजली छीजत के मामले में अजमेर डिस्कॉम देश के अग्रणी डिस्कॉम में शामिल है। सर्तकता जांच बढ़ाकर एवं अन्य नवाचारों से हमने राजस्व अर्जन में भी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। नागौर में विशेष जांच अभियान, फीडर सेपरेशन, ड्रापिंग रिएक्टर तथा बिजली चोरी वाले गांवों में कृषि व घरेलू श्रेणी के कनेक्शन जारी कर सफलता पायी गई है।

यह शामिल हैं टास्क फोर्स में 

टास्क फोर्स में सीएमडी रूरल इलेक्ट्रीफिकेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड, सचिव उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, सचिव इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, प्रमुख सचिव (ऊर्जा) मध्यप्रदेश, प्रतिनिधि केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण, निदेशक स्मार्ट ग्रिड नॉलेज सेन्टर, प्रबन्ध निदेशक एवीवीएनएल, प्रबन्ध निदेशक एमपीपीकेवीवीसीएल मध्य प्रदेश, प्रबन्ध निदेशक बीईएससीओएम कर्नाटक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी आई.आई.टी मुम्बई, निदेशक आई.आई.टी कानपुर, निदेशक एमपीएमयू, मुख्य कार्यकारी अधिकारी इंटेलीस्मार्ट, प्रतिनिधि टीपीडीडीएल दिल्ली, प्रतिनिधि इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम तथा प्रतिनिधि केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान सदस्य होंगे।

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