अजमेर (AJMER MUSKAN)। स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत किए गए बेहतरीन कार्यों से देश में अजमेर की रैंकिंग 15 वें स्थान पर बरकरार रही है।
अजमेर स्मार्ट सिटी के अधीक्षण अभियंता अविनाश शर्मा ने बताया कि अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड सितंबर 2016 से लेकर बुधवार 4 अगस्त तक रैंकिंग में अपने उच्चतम शिखर पर है। गत एक सप्ताह से अजमेर स्मार्ट सिटी ने 15 वां स्थान बरकरार रखा है। इस स्थान पर पहुंचने के लिए मुख्य योगदान अजमेर की दोनों स्थानीय निकायों को है। नगर निगम और अजमेर विकास प्राधिकरण ने अजमेर स्मार्ट सिटी को अपने अंशदान राशि के तहत जुलाई माह में 80 करोड़ रूपये दे दिए हैं। मालूम हो कि भारत सरकार की स्मार्ट सिटी गाइड लाइन के तहत भारत सरकार का 50 प्रतिशत, राज्य सरकार का 30 प्रतिशत, एएमसी को और एडीए का 10-10 प्रतिशत अंशदान निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही अजमेर स्मार्ट सिटी द्वारा विभिन्न कायोर्ं पर माह जुलाई में 36 करोड़ रूपए का व्यय होना भी रैंकिंग सुधार में मुख्य कारण है।
उन्होंने बताया कि अजमेर स्मार्ट सिटी के तहत 936 करोड़ रूपए की लागत से कुल 100 विभिन्न प्रोजेक्ट्स संचालित हैं, जिनके सभी प्रोजेक्ट्स के कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं। इनमें से 67.46 करोड़ रूपए के 41 प्रोजेक्ट पूर्ण हो चुके हैं एवं 868.51 करोड़ रूपए की लागत से 59 प्रोजेक्ट्स प्रगतिरत हैं। 4 अगस्त तक कार्यों पर 410 करोड़ रूपए व्यय किए जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा अजमेर स्मार्ट सिटी को प्रथम एवं द्वितीय किश्त के रूप में 245 करोड़ रूपए जारी किए गए। अजमेर स्मार्ट सिटी द्वारा माह जुलाई में भारत सरकार द्वारा निर्धारित राशि रूपए 410 करोड़ के व्यय का लक्ष्य पूर्ण करने पर 50 करोड़ रूपए की राशि की तृतीय किश्त की मांग भारत सरकार को भिजवा दी है।
ये हैं रैंकिंग के मापदण्ड
शहरी विकास मंत्रालय स्मार्ट सिटी में शामिल समस्त 100 शहरों की रैंकिंग जारी करता है। उसमें कामों की प्रगति देखी जाती है। यह भी देखा जाता है अब तक कितने काम पूरे हो चुके हैं और टेंडर प्रक्रिया की रफ्तार क्या है। मंत्रालय इस पर भी नजर रखता है कि किसी शहर को विकास कायोर्ं के लिए जो फंड दिया गया था उसे काम लेने के बाद उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजने में कौनसा शहर कितना सक्रिय रहा। अजमेर स्मार्ट सिटी के तहत 1000 करोड़ के 100 काम स्वीकृत हुए थे और 936 करोड़ के कार्यादेश जारी कर दिए गए। स्मार्ट सिटी के तहत पहले चरण में देश के 22 शहरों का चयन हुआ था। एक साल बाद दूसरे चरण सितंबर 2016 में अजमेर का चयन हुआ। चयन के समय अजमेर की रैंकिंग 55 वीं थी। अजमेर स्मार्ट सिटी के तहत शहर में अक्टूबर 2017 में ये कार्य शुरू हुए। आज दिनांक तक कार्यों पर 410 करोड़ व्यय किए जा चुके हैं।
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